इससे पहले बुधवार शाम को ही मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अंदेशा जताया था कि उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ गुरुवार को आईटी छापेमारी हो सकती है। आईटी छापेमारी मंड्या और हासन में चल रही है। यह छापेमारी सीएम के भाई व लोक निर्माण मंत्री एचडी रेवन्ना के करीबियों के ठिकानों पर चल रही है।
बताया जा रहा है कि मांड्या, मैसूर और हासन के एक दर्जन ठिकानों को आयकर विभाग के अधिकारी अपने कब्जे में लिए हुए हैं। फिलहाल सभी ठिकानों पर सीआरपीएफ जवानों के सुरक्षा घेरे में आयकर विभाग के अधिकारी जरूरी कागजात समेत अन्य चीजों को खंगाल रहेे हैं।
सीएम ने बदले की कार्रवाई बताया इस छापेमारी को लेकर सीएम एचडी कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की असली सर्जिकल स्ट्राइक आयकर विभाग की छापेमारी के रूप में चल रही है। प्रधानमंत्री के बदले की कार्रवाई में आयकर अधियारी बालकृष्ण को संवैधानिक पद की पेशकश ने मदद की। चुनाव के दौरान विरोधियों को परेशान करने के लिए सरकारी मशीनरी, भ्रष्ट अधिकारियों का इस्तेमाल अत्यधिक अपमानजनक है।”
छापेमारी का यह वक्त क्यों चुना जेडीएस के मधु बंगारप्पा ने कहा, “मुख्यमंत्री पहले ही इस मामले पर बता चुके थे, क्योंकि उन्हें खुफिया विभाग से इसके इनपुट्स मिले थे। भाजपा राजनीतिक खेल खेलने की कोशिश कर रही है। क्यों भाजपा नेताओं के घरों पर कोई छापेमारी नहीं की गई? आयकर छापेमारी आम बात है, लेकिन मैं इसके वक्त को लेकर सवाल उठा रहा हूं।”
बदनाम करने की साजिश का आरोप एक निजी चैनल से बातचीत में जेडीएस नेता और कुमारस्वामी सरकार में सिंचाई मंत्री सीएस पुत्तराजू ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें बदनाम करने के लिए केंद्र के इशारे पर आईटी अधिकारियों ने छापेमारी की है। उन्होंने कहा है कि छापेमारी को अंजाम देने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सीआरपीएफ जवानों को साथ लाया गया था। उन्होंने कहा कि यह अर्द्धसैनिक बलों का दुरुपयोग है।
बड़ा सवालः सीएम को आखिर कैसे पहले ही पता चल गया छापेमारी के बारे में एचडी कुमारस्वामी ने बुधवार को आयकर विभाग की छापेमारी की आशंका की जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा हुआ तो पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की तरह कर्नाटक में आईटी रेड का विरोध हो सकता है।