कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अहम बैठक भी बुलाई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लॉकडाउन से लेकर अन्य सख्तियों को लेकर चर्चा होगी। यह भी पढ़ेंः
सुप्रीम कोर्ट के जज करेंगे वर्क फ्रॉम होम, सामने आई ये बड़ी वजह दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों ने केजरीवाल सरकार की नींद उड़ा दी है। बीते 24 घंटे में राजधानी में 10 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं। फरवरी में जहां रोजाना 100 से भी कम केस सामने आ रहे थे, वहीं महज एक महीने के अंदर ये संख्या 10 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को संक्रमितों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बैठक बुलाई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि, इस बैठक में सीएम राजधानी में कोरोना की स्थिति को देखते हुए कई अहम फैसले ले सकते हैं।
केजरीवाल संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह बात खुद मान चुके हैं कि ‘कोरोना वायरस की ये लहर पिछली से ज्यादा खतरनाक है। हालांकि सरकार हालात पर करीब से नजर रख रही है।
…तो लगेगा लॉकडाउन
सीएम केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती लेकिन अगर अस्पतालों में हालात बिगड़े तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 10 हजार 774 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 48 लोगों ने कोविड-19 के चलते अपनी जान गंवाई है।
यह भी पढ़ेँः Corona का सबसे बड़ा विस्फोट, 24 घंटे में 1.70 लाख नए केस के साथ मौत के आंकड़ों ने भी तोड़ा रिकॉर्ड 5000 अतिरिक्त बेड का इंतजामउधर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में बढ़ते कोरोना के नए मामलों के बीच सरकार ने पांच हजार अतिरिक्त बेड का इंतजाम किया है। मौजूद समय में दिल्ली में 5,525 बेड उपलब्ध हैं। हमने केंद्र सरकार से भी बेड बढ़ाने या उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली में 11 नवंबर 2020 को सबसे अधिक 8593 मामले सामने आए थे। उस दिन शहर में इस महामारी से 131 लोगों की मौत हुई थी, जो अभी तक एक दिन में दिल्ली में मरने वाले लोगों की सबसे अधिक संख्या है।