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महिला ने 22 जजों को लिखा था खत
महिला शिकायतकर्ता ने इस सनसनीखेज आरोप को लेकर सुप्रीम कोर्ट के 22 जजों को खत लिखा था। इससे बाद जस्टिस एस.ए. बोबडे की अगुवाई में जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जस्टिस इंदु मल्होत्रा की तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी। समिति के शुरुआत में जस्टिस एन.वी. रमन्ना शामिल थे। जिन्होंने गुरुवार को शिकायतकर्ता द्वारा उनके समिति में शामिल होने पर सवाल उठाने के बाद खुद को समिति से अगल कर लिया था।
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जूनियर कोर्ट असिस्टेंट थी शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि जस्टिस रमन्ना प्रधान न्यायाधीश के करीबी दोस्त हैं और इसी वजह से मामले की निष्पक्ष सुनवाई नहीं हो सकती। शिकायतकर्ता सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जूनियर कोर्ट असिस्टेंट हैं। उन्होंने जस्टिस रंजन के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत के सभी न्यायाधीशों को एक पत्र भेजा था।