बता दें कि रिवर्स इमेज सर्च से जानकारी मिली है कि यह तस्वीर अमरीकी स्पेस एजेंसी नासा के मिशन ‘अपोलो-16’ की तस्वीर है।
असल में 18 जून 2019 को नासा ने अपनी वेबसाइट पर जिस फीचर स्टोरी को पब्लिश किया था, उसमे इस फोटो का इस्तेमाल किया गया था।
नासा की साइट के अनुसार अपोलो-16 की लैंडिंग साइट की तस्वीर है।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने दावा किया है कि चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने मून लैंडर विक्रम का पता लगा लिया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया, “चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने विक्रम लैंडर का पता लगा लिया है, लेकिन अभी तक उससे संपर्क नहीं हो सका है।
इसरो ने कहाकि लैंडर से संपर्क करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।
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इसरो ने हालांकि यह नहीं बताया कि चांद की सतह पर लैंडर इस समय किसी स्थिति में है।
अंतरिक्ष एजेंसी ने मून लैंडर के सात सितंबर तड़के अपने वास्तविक मार्ग से भटकने और उससे संपर्क टूटने के कारण पर अभी तक कुछ नहीं कहा।