खास बात यह है कि इस बिल्डिंग में कई लोग कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद बीएमसी ने इस बिल्डिंग को सील करने का फैसला लिया। इसी बिल्डिंग में अपने परिवार के साथ बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ( Sunil Shetty ) भी रहते हैं।
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कोरोना से जंग के बीच शोध में नया खुलासा, 80 फीसदी रोगियों में दिखे ब्रेन फॉग के लक्षण मुंबई में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच बीएमसी ने बड़ी कार्रवाई की है। बीएमसी ने साउथ मुंबई के अल्टामाउंट रोड स्थित पृथ्वी अपार्टमेंट को सील कर दिया है।
बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग में पांच से ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमितों के मामले मिलने के बाद बीएमसी ने ये कार्रवाई की है। कोविड गाइडलाइन के मुताबिक जिस भी बिल्डिंग में पांच से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस पाए जाते हैं उसे सील कर दिया जाता है।
बीएमसी के असिस्टेंट कमिश्नर प्रशांत गायकवाड ने बताया कि सुनील शेट्टी का पूरी परिवार सुरक्षित है. उनके परिवार में किसी को कोरोनावायरस नहीं है। बिल्डिंग में 30 फ्लोर 120 फ्लैट
सुनील शेट्टी अपने परिवार के साथ जिस अपार्टमेंट में रहते हैं उस बिल्डिंग में 30 फ्लोर हैं। इनमें 120 फ्लैट हैं। यह बिल्डिंग मुंबई के डी-वार्ड के अंतर्गत आती है। बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग में करीब दस कोरोना के सक्रिय मामले मिले हैं।
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केरल में जीका वायरस के 3 नए केस, अब तक कुल 18 मरीज मिले सुरक्षित है सुनील शेट्टी और उनकी फैमिलीबीएमसी के असिस्टेंट कमिश्नर प्रशांत गायकवाड के मुताबिक सुनील शेट्टी का पूरी परिवार सुरक्षित है। उनके परिवार में किसी भी सदस्य में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।
बीएमसी ने 10 इमारतों को किया सील
कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सतर्क बीएमसी ने अब तक 10 रिहायशी इलाकों की इमारतों को सील कर दिया है। ये सभी डी-वार्ड की इमारतें हैं। सील की गई इमारतें मालाबार हिल और पेडर रोड के इलाकों में स्थित हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोनावायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां सोमवार को 555 कोविड के नए मामले रिकॉर्ड किए गए, जबकि 15 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
इन नए मामलों के बाद अब मुंबई में कोविड मरीजों की संख्या सात लाख के पार पहुंच गई है, जबकि मरने वालों की संख्या 15 हजार से ऊपर है।
कोरोना संक्रमम की दूसरी लहर से अब तक देश उबर नहीं पाया है। जबकि तीसरी लहर की भी आहट सुनाई दे रही हैं। जानकारों की मानें तो अगले एक से दो महीने में तीसरी लहर भी देश में दस्तक दे सकती है।
ऐसे माना जा रहा है कि इस बार तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर दिखाई दे सकता है।