पहले जानिए UPSC टॉपर इशिता किशोर की जर्नी
इशिता किशोर यूपी के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली हैं। इशिता किशोर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढाई की है। वह श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकॉनॉमिक्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है. इसके अलावा उन्होंने दो साल तक एडवाइजरी के तौर पर एस्टोनिया कंपनी में काम किया है।
यूपीएससी की कठिन परीक्षा को उन्होंने तीसरी बार के प्रयास में सफलता हासिल की है। इशिता के पिता एयरफोर्स में अफसर है। उन्होंने बताया कि पिता से प्रेरणा से तीसरे प्रयास में यह कामयाबी हासिल की। इशिता की कामयाबी से पूरा परिवार खुशी से फूले नहीं समा रहा है।
अब जानिए बिहार की बेटी गरिमा का सफर
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में दूसरे स्थान पर आने वाली गरिमा लोहिया (Garima Lohia) बक्सर जिला की रहने वाली हैं। तीन भाई-बहनों में गरिमा दूसरे स्थान पर हैं। गरिमा के पिता नारायण प्रसाद लोहिया एक कारोबारी थे। लेकिन 2015 में उनका निधन को हो गया था। उस समय गरिमा के साथ उनके तीनों भाई-बहन पढ़ाई ही कर रहे थे। बच्चों की पढ़ाई के दौरान पिता की मौत से गरिमा का परिवार टूट गया था।
मां ने मुसीबतों को झेला, बेटी बोली- मां मेरी प्रेरणा
लेकिन गरिमा की मां ने सभी मुश्किलों के बीच बच्चों की पढ़ाई पर कोई आंच नहीं आने दी। आज गरिमा ने यूपीएससी में दूसरा स्थान लाकर मां के चेहरे पर मुस्कान बिखेड़ दिए। गरिमा की मां गृहिणी हैं। इसके बाद भी उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। एक साल पहले गरिमा की बड़ी बहन की शादी हुई है। गरिमा का एक छोटा भाई है। गरिमा अपनी जिंदगी में सबसे बड़ी प्रेरणा मां को मानती हैं।
बेटी की पढ़ाई के लिए पूरी रात जगती थी मां
देश की सर्वोच्च परीक्षा में गरिमा ने दूसरे प्रयास में दूसरा स्थान हासिल किया है। अपनी सफलता पर पर गरिमा ने कहा कि मां मेरे साथ रातभर जगती थी। खाने-पीने का ध्यान रखती थी। मां का सपना था कि मैं आईएएस बनूं। मेरी सफलता उनकी मेहनत का नतीजा है।
गरिमा लोहिया ने दसवीं तक की शिक्षा बक्सर से की थी। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए बनारस और फिर दिल्ली चली गईं थी। दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की है।
कोरोना के कारण घर वापस आई, वहीं से पढ़ाई कर पास किया एग्जाम
इसी दौरान 2020 में कोरोना आ गया। कोरोना के दूसरे लहर के दौरान गरिमा वापस बिहार स्थित अपने गृह जिला बक्सर लौट आईं थी। इसके बाद उन्होंने घर से ही यूपीएससी की पढ़ाई शुरू की। गरिमा ने बताया कि पहले खुद से तैयारी शुरू की। फिर ऑनलाइन किताबें मंगवाई।
गरिमा ने पढ़ाई के लिए यूट्यूब और ऑनलाइन उपलब्ध सामाग्री की भी प्रयोग किया। बक्सर जैसे छोटे शहर में रहकर देश की सबसे कठिन परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल कर गरिमा ने एक अलग मिसाल पेश की है। गरिमा को बिहार के नेता भी बधाई दे रहे हैं।
रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक पढ़ाई करती थी गरिमा
गरिमा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बताया कि मैंने घर पर रहकर पढ़ाई की। मैं रात में 9 बजे से सुबह 9 बजे तक पढ़ती थी क्योंकि उस समय कोई बाधा नहीं आती थी, बहुत शांति रहती थी। गरिमा ने अपनी सफलता का श्रेय मां और परिवार को दिया है।
UPSC टॉप 5 में चार लड़कियां
मंगलवार को जारी यूपीएससी परीक्षा के रिजल्ट को आप UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं। रिजल्ट में शीर्ष पांच में चार लड़कियां हैं। इनमें इशिता किशोर फर्स्ट, गरिमा लोहिया सेकेंड, उमा हरति एन थर्ड और स्मृति मिश्रा को फोर्थ रैंक मिला है।
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