नीतीश सरकार के मंत्री का निधन जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के कद्दावर नेता विनोद कुमार को कुछ दिन पहले ब्रेन हेमरेज हुआ था। जिसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन, सोमवार को उनका निधन हो गया। इसकी जानकारी उनके पीए राजीव रंजन ने दी है। उनके निधन से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। साथ ही बिहार ने एक और कद्दावर नेता को खो दिया है। बताया जा रहा है कुछ समय पहले ही विनोद कुमार पूरे परिवार के साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। लेकिन, इलाज के बाद पूरा परिवार स्वस्थ हो गया था। कोरोना से ठीक होने के कुछ दिन बाद ही विनोद कुमार की तबीयत दोबारा बिगड़ गई। इलाज के लिए उन्हें पटना के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन, उनकी स्थिति बिगड़ती ही चली गई। इसके बाद उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया और गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां आज उनका निधन हो गया। उनके निधन पर कई नेताओं ने शोक प्रकट किया है। बिहार चुनाव के बीच विनोद कुमार का गुजर जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कई नेताओं ने प्रकट किया शोक गौरतलब है कि विनोद कुमार सिंह मूलरूप से बिहार के कटिहार के रहने वाले थे। प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से वह BJP विधायक थे। 2010 विधानसभा चुनाव में विनोद कुमार सिंह ने महेन्द्र नारायण को हराया था, जो चार बार विधायक रह चुके थे। इसके बाद 2015 विधानसभा चुनाव में उन्होंने एनसीपी के उम्मीदवार को इशरत प्रवीण को हराया था। बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि विनोद कुमार सिंह का निधन अपूरणीय क्षति है। वहीं, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।