दरअसल कोरोना काल के बीच जहां हर कोई इस महामारी से जूझ रहा है ऐसे में सरकारी कर्मचारियों की लापहवारी की खामियाजा लोगों के लिए एक और परेशानी खड़ी कर रहा है। बेंलगूरु में महानगर पालिका (Bengaluru Mahanagara Palike) के कर्मचारियों ने गलती से दो ऐसे घरों को सील कर दिया जिसमें अंदर लोग रह रहे थे।
बेंगलूरु महानगर पालिका के कर्मचारियों की ओर से बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। बीबीएमपी के कर्मचारियों ने शुक्रवार को दोमलूर के पास दो फ्लैट के दरवाजे सील कर दिए थे, जिसमें से एक फ्लैट के अंदर एक महिला और उसके दो बच्चे थे, जबकि दूसरे फ्लैट में एक बुजुर्ग दंपति मौजूद थे।
इस बात की खबर जैसे की नगर निगम के अधिकारियों को लगी वैसे ही वह हरकत में आ गए और उन्होंने सीलिंग को दोबारा खुलवा दिया। ये है पूरा मामला
दरअसल बेंगलूरु महानगर पालिका की ओर से दोमलूर में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद बिल्डिंग को सील किया जा रहा था। बिल्डिंग को सील करने के दौरा जब बेंगलूरु महानगर पालिका के कर्मचारी पहुंचे, तो उन्होंने दो फ्लैट के दरवाजे को ही बाहर से सील कर दिया, जबकि घर के अंदर लोग मौजूद थे।
मामला बढ़ता देख बीबीएमसी आयुक्त एन मंजूनाथ प्रसाद को खुद इस पूरे मामले पर खेद जताना पड़ा।
बीबीएमपी आयुक्त एन मंजूनाथ प्रसाद ने ट्वीट किया कि उन्होंने सुनिश्चित किया है कि बैरिकेड्स को तुरंत हटा लिया गया। वहीं स्थानीय कर्मचारियों ने अति उत्साह में किए गए अपने कार्य पर माफी मांग ली है।
आपको बात दें कि कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।वहीं बेंगलूरु में भी रोजाना बड़ी संख्या कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं। ऐसे में सरकार इससे निपटने के लिए कड़े कदम उठा रही है। प्रदेश में अब तक 75 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों की संख्या पहुंच चुकी है।