डिफेंस फूड रिसर्च लैबोरेटरी (DFRL) के वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बनाए गए खाने में पोषक पदार्थों का खास ध्यान रखा गया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बताया किस तरह हत्थे चलढ़ा लालकिले में बवाल का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू
इसके अलावा जीरो ग्रेविटी के चलते लो फ्रेग्मेंटेशन का भी ध्यान रखा गया है। यात्री अंतरिक्ष में तीन बार खाना खाएंगे। हर डायट में तकरीबन 2,500 कैलोरी ऊर्जा होगी।
दरअसल अमरीकी अंतरिक्ष यात्री अपने स्वादानुसार खाना अंतरिक्ष में ले जाते हैं। रूसी अंतरिक्ष यात्री अपने स्वादानुसार खाना ले जाते हैं। ऐसे में इसरो ने भी अपने अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अपनी पसंद का खाना ले जा सकें इसको लेकर काफी प्रयोग किए। इन प्रयोगों के बाद घर के खाने जैसा मैन्यू तैयार हुआ।
अंतरिक्ष की यह यात्रा सात दिन लंबी होगी। इस दौरान चिकन बिरयानी, चिकन कोरमा, शाही पनीर, दाल-चावल, आलू पराठा, विशेष रूप से तैयार की हुई चपाती, दाल मखनी, खिचड़ी और सॉस में बीन्स जैसी स्वादिष्ट डिसेज मौजूद रहेंगी।
अंतरिक्ष यात्री अपने साथ जो आचार ले जाएंगे उसे मैसूर में मौजूद डिफेंस फूड रिसर्च लैब में बनाया गया। डीएफआरएल स्पेस फूड रिसर्च एंड लॉजिस्टिक विंग ने अपने उत्पादों को पिछले हफ्ते यालाहंका में एरो-इंडिया 2021 उत्सव में प्रस्तुत किया था।