कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के रूसी वैक्सीन को लेकर उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि अगर रूस की वैक्सीन सफल रही है तो हमें देखना होगा कि क्या यह सुरक्षित और प्रभावी है?
डॉ. गुलेरिया का कहना है कि अगर यह वैक्सीन प्रभावी है तो इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होना चाहिए। इसे अच्छी प्रतिरक्षा और सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन की क्षमता है।
Bengaluru violence: सीएम येदियुरप्पा बोले – उपद्रवियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई, शिवकुमार ने की शांति की अपील अमरीकी विशेषज्ञ ने जताया संदेह रूस की सरकार की ओर से इस घोषणा के बाद अमरीका के शीर्ष संक्रामक रोग अधिकारी डॉ. एंथोनी फौसी ने कहा कि अभी तक उन्होंने ऐसा कोई सबूत नहीं सुना है कि यह वैक्सीन व्यापक इस्तेमाल के लिए तैयार हो चुकी है। मुझे उम्मीद है कि रूस ने वास्तव में यह साबित कर लिया होगा कि वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है। फिलहाल मुझे संदेह है कि उन्होंने ऐसा किया है।
दूसरी तरफ रूसी व्यापार समूह सिस्टेमा ने कहा है कि वह मॉस्को के गामालेया संस्थान द्वारा विकसित वैक्सीन ( Vaccine ) को वर्ष के अंत तक बड़े पैमाने पर उत्पादन किए जाने की उम्मीद करते हैं।
रूस के सरकारी अधिकारियों ने बताया कि वैक्सीन इस महीने के अंत में या सितंबर की शुरुआत में चिकित्सा कर्मियों और फिर शिक्षकों को स्वैच्छिक आधार पर दी जाएगी।
राजस्थान में बच गई कांग्रेस सरकार, अब Rahul Gandhi को दिया जा रहा है इस बात का श्रेय बता दें कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( President Vladimir Putin ) ने मंगलवार को कहा था कि मैं जानता हूं कि कोरोना वायरस वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’ बहुत ही प्रभावी ढंग से काम करती है। यह एक स्थायी रोग प्रतिरोधक क्षमता का निर्माण करती है। उन्होंने जानकारी दी कि उनकी बेटी को यह वैक्सीन दी जा चुकी है। उसका अच्छा असर दिखाई दिया है। हालांकि स्पुतनिक वी ने अभी तक अंतिम परीक्षणों को पूरा नहीं किया है।