COVID-19: स्वास्थ्य कर्मियों पर भी बड़ा खतरा, दिल्ली के दो अस्पतालों में 87 पॉजिटिव
बाबू जगजीवन राम अस्पताल ( babu jagjivan ram hospital ) में 58 कर्मचारियों को पाया गया संक्रमित।
बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल ( Baba Saheb Ambedkar Hospital ) के 29 कर्मी भी कोरोना की चपेट में।
ज्यादातर केस में नहीं दिखे कोरोना ( Coronavirus ) के लक्षण, परिजनों पर भी खतरा।
नई दिल्ली।कोरोना वायरस ( coronavirus ) के बढ़ते मामलों के बीच अब स्वास्थ्यकर्मियों पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है। आलम यह है कि राजधानी दिल्ली के दो अस्पतालों में कोरोना वायरस के 87 नए मामले सामने आए हैं। इनमें बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल ( babu jagjivan ram hospital ) के 58 कर्मचारियों और बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल ( Baba Saheb Ambedkar Hospital ) के 29 कर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक कर्मचारियों और उनके परिजनों सहित सभी करीबी संपर्कों की जांच की जा रही है। अब तक अस्पताल के 58 से अधिक कर्मचारी और उनके कुछ रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि 70 फीसदी मामलों में कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए।
100 बिस्तरों वाले बाबू जगजीवन राम अस्पताल में डॉक्टर, पैरा-मेडिकल स्टाफ, नर्स, सफाई कर्मचारी, सुरक्षा एवं गैर-चिकित्सा कर्मियों समेत करीब 500 लोग काम करते हैं। शनिवार तक अस्पताल के 40 कर्मचारियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जबकि रविवार को आई 114 कर्मचारियों और उनके परिजनों की रिपोर्ट में 20 पॉजिटिव निकले। अभी 70 की रिपोर्ट बाकी है।
इस संबंध में अस्पताल के डॉक्टर ने बताया, “संक्रमण के स्रोत के बारे में कहना फिलहाल मुश्किल है। हम थर्मल स्क्रीनिंग भी कर रहे हैं और आने वाले मरीजों से उनके यात्रा के इतिहास या लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। फिर भी अगर किसी व्यक्ति में कोई लक्षण ही नहीं हैं तो कुछ नहीं कर किया जा सकता।”
डॉक्टर के मुताबिक जहांगीरपुरी ( Jahangirpuri ) स्थित यह अस्पताल कई हॉटस्पॉट इलाकों से घिरा है। जहांगीरपुरी के तकरीबन सभी ब्लॉक में कंटनेनमेंट जोन हैं। कई कर्मचारी नजदीक ही रहते हैं। गैर-कोरोना वायरस संक्रमित चिकित्सा पेशेवरों के ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे उनके परिजनों का जीवन भी खतरे में है।
राजधानी के तकरीबन 150 अस्पताल के कर्मचारियों में कोरोनोवायरस की पुष्टि हुई है। इनमें से अधिकांश ऐसे मामले हैं, जिनमें लक्षण नहीं दिखे। दिल्ली में अभी तक 2,650 से अधिक कोरोना वायरस मामले सामने आ चुके हैं और 54 लोगों की मौत हुई है।