वैसे तो रेलवे यात्रियों के लिए स्टेशनों पर फूड प्लाजा और जलपान गृह खोल दिए गए हैं। इसके बावजूद रेलवे यात्रियों से अपना खाना-पानी लेकर चलने की सलाह दे रहा है। नियम के मुताबिक अगर लोग काउंटर से खाना लेते भी हैं तो वे उसे वहां रखकर नहीं खा सकते हैं। इसके अलावा किसी भी गाड़ी के किराए में खाने-पीने का पैसा शामिल नहीं होगा। यात्री आईआरसीटीसी की ओर से मिलने वाले सील बंद भोजन को खरीदकर खा सकते हैं।
कोरोना काल में लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। साथ ही संक्रमण न फैले इसके लिए रेलवे यात्रियों को कम से कम सामान लेकर चलने की सलाह दी गई है। इसके अलावा यात्रियों को चादर, तौलिया और कंबल साथ लाने को कहा है।
रेलवे की ओर से यात्रियों की सुरक्षा के लिए कुछ अन्य गाइडलाइन्स भी जारी किए गए हैं। जिसके तहत महज स्वस्थ्य यात्रियों को ही ट्रेन में प्रवेश और यात्रा की अनुमति होगी। केवल कन्फर्म टिकट वाले ही यात्रा कर सकेंगे। स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा के लिए 90 मिनट पहले पहुंचना होगा। यात्री को कोई अनारक्षित (यूटीएस) टिकट जारी नहीं किया जाएगा।
ट्रेनों के दोबारा चलाए जाने का सबसे ज्यादा लाभ लखनऊ (Lucknow), वाराणसी (Varanasi), इलाहाबाद (Allahabad) , कानपुर (Kanpur), आगरा (Agra), मुरादाबाद (Moradabad) में रहने वालों को होगा। क्योंकि ज्यादातर ट्रेने इन बड़े स्टेशनों से होकर गुजरेंगी। इनमें से कई ट्रेनें बिहार और पश्चिम बंगाल की भी होंगी। भारतीय रेलवे के अनुसार ये ट्रेनें श्रमिक स्पेशल और एसी स्पेशल ट्रेनों से अलग होंगी। रेलवे ने इसे लेकर एक लिस्ट जारी की है। इसमें ट्रेनों का टाइमटेबल दिया गया है।