50 मरीज के भर्ती
चार मंजिला पटेल वेलफेयर अस्पताल भरूच-जंबुसर हाईवे पर बताया जा रहा है। अस्पताल में जिस समय आग लगी थी उस समय 50 मरीज भर्ती थे, जिसमें से 24 मरीज आईसीयू में थे। घटना के बाद पटेल वेलफेयर अस्पताल को आनन-फानन में खाली करवाया गया। सभी को सिविल अस्पताल, सेवाश्रम अस्पताल और जंबुसर अल महमूद अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है। मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। माना जा रहा है कि कोविड सेंटर में शॉर्ट सर्किट की वजह आग लगी होगी।
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मुख्यमंत्री ने जताया दुख, 4 लाख आर्थिक सहायता का ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने इस हादसे पर दुख जताया है। रूपानी ने हादसे में जान गंवाने वाले मरीजों, डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। दुर्घटना में पीड़ित प्रत्येक परिवार को राज्य सरकार 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
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12 फायर ब्रिगेड और 40 एंबुलेंस पहुंची
आग लगने बाद फायर ब्रिगेड 12 गाड़ियां और 40 एंबुलेंस को बुलाया गया। आग की खबर मिलते ही मरीजों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उस समय अस्पताल के आसपास करीब 5 से 6 हजार लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है। इस दौरान वहां पर लोग रो रहे थे और चीख-पुकार का शौर मचा हुआ था। कुछ लोग रोते हुए सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रहे थे। आपको बता दें कि पिछले साल 27 नवंबर को गुजरात के राजकोट जिले के एक कोविड अस्पताल में आग लगी थी। हादसे में पांच कोरोना मरीजों की जलकर मौत हो गई थी। हॉस्पिटल में 33 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था। मशीनरी में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताया गया था।