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पत्नी ने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, नौ साल बाद ऐसे खुला राज जिले के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र की सदनपुरी बस्ती निवासी 20 वर्षीय मोनू पुत्र जयप्रकाश मजदूरी करता था। घर पर मोनू के साथ उसकी बहन नैना भी रहती है। मकान के बराबर में ही मोनू के परिवार की एक दादी का भी मकान है। नैना ने पुलिस को बताया कि बीती रात मोनू को उसका दोस्त कोतवाली के जत्तीवाड़ा निवासी गौरव उर्फ काकू और दो अन्य युवक घर से बुलाकर ले गए थे। इस बीच नैना मकान के दरवाजे का बाहर से कुंडा बंद कर अपनी दादी के घर सोने चली गई। सुबह जब नैना अपने घर गई और दरवाजा खोला तो अंदर मोनू का शव पड़ा था। शोर-शराबे के बीच दादी के परिजन और पड़ोसी जमा हो गए। कंट्रोल रूम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। नैना ने गौरव और दो अन्य युवकों पर मोनू की पीटकर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है।
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बाइक टकराने के विवाद के बाद कई राउंड फायरिंग, लगाए पाकिस्तानी नारे, फोर्स तैनात मृतक के दोनों हाथ और दोनों पैर की अंगुलियां नाखून घिसे हुए थे। जिनको देखकर प्रतीत हो रहा था कि सड़क पर मोनू को सड़क पर घसीटा गया है। नैना ने प्रकरण की तहरीर पुलिस को दी है। जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर गौरव को उठा लिया। कंकरखेड़ा थाने में आरोपियो गौरव से पुलिस पूछताछ कर रही है। दूसरे अन्य हत्यारोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक घर में अपनी बहन के साथ अकेला ही रहता था। बहन नैना ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके भाई से किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह सभी की मदद करता रहता था। एसपी सिटी एएन सिंह का कहना है कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर बिसरा सुरक्षित रखा गया है। मोनू के परिजनों की शिकायत पर पूछताछ के लिए गौरव समेत तीन लोगों को बुलाया गया था। जांच के बाद कार्रवाई होगी।