ज्ञात हो कि इस बार दिसंबर और जनवरी में ठंड ने पिछले सभी रिकाॅर्ड को ध्वस्त कर दिया है। भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान मोदीपुरम के मौसम वैज्ञानिक डाॅ. एन सुभाष ने बताया कि जनवरी में पिछले 40 वर्षों में सबसे ठंडा रहा। आैसत तापमान जनवरी 1979 में 1.8 डिग्री सेल्सियस कम आंका गया था। जबकि इस बार सामान्य से 1.7 डिग्री कम रहा है। उन्होंने बताया कि एेसा बहुत कम देखने को मिलता है जब पूरी जनवरी मौसम सर्द रहा हो। उन्होंने बताया कि जनवरी में बारिश 20 मिलीमीटर होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार 66.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि इससे पहले 1975 में 70.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी।
फिर हो सकती है बारिश मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दोबारा से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते छह व सात फरवरी को फिर से बारिश के आसार बन रहे हैं। हालांकि 20 फरवरी के बाद मौसम में परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं। फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च की शुरुआत में मौसम सामान्य से अधिक गर्म हो सकता है।
धूप में ठंड हो रही महसूस सोमवार को दिन निकलते ही चटख धूप खिलने के बावजूद लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली। बर्फीली हवा के कारण ठंड बरकरार है। रविवार को करीब छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली। वहीं, तापमान की बात करें तो रविवार की तरह ही सोमवार को भी न्यूनतम तापमान आठ डिग्री के आसपास बने रहने का अनुमान है।