दरअसल, इस समय जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो रही है जिसका असर पश्चिम उप्र में जबरदस्त तरीके से पड़ना शुरू हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में पारा और गिरेगा। इससे पहले दिवाली के बाद मेरठ और अन्य जिलों में तेज बारिश हुई थी। कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओले भी पड़े थे। इसके वजह से ठंड बढ़ गई थी। बारिश की वजह से प्रदूषण से भी लोगों को राहत मिली थी।
मौसम वैज्ञानिक डा. कंचन सिंह के अनुसार इस समय ओडिशा के ऊपर एंटी साइक्लोन सर्कूलेशन बन रहा है। जिसके कारण बंगाल की खाड़ी से आद्र हवाएं चल सकती हैं। इसके प्रभाव की वजह से कई राज्यों में बादल छाये रह सकते हैं और बारिश भी हो सकती है। जिसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते 48 घंटों के बाद फिर से नया विक्षोभ बन सकता है। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में दिन में कड़ाके की ठंड से शीतलहर की शुरुआत होने वाली है। इसके बाद आनेवाले दिनों में उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में भी भारी गिरावट हो सकती है। ऐसी ही हालात अगले सप्ताह भी रहेंगे। 22 नवंबर के बाद एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में दस्तक देने जा रहे हैं।