बिस्तर से उठा ले गए दबंग स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इलाके के सोमवार की रात गांव के ही विशेष संप्रदाय के तीन युवक अनुसूचित जाति की एक किशोरी को उठाकर ले गए। इसके बाद तीनों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। किशोरी के परिजनों की नींद टूटी तो किशोरी को बिस्तर पर न पाकर खोजबीन शुरू की। थोड़ी देर बाद पास के ही जंगल से किशोरी बदहवास हालत में मिली। तुरंत परिजन किशोरी को लेकर थाने गए घटना की तहरीर दी।
पुलिस पर लग रहे है आरोप आरोप है कि पुलिस किशोरी पक्ष पर दबाव बना रही है। आरोपों कि माने तो पुलिस सामूहिक दुष्कर्म के बजाय केवल दुष्कर्म की तहरीर ही ली है। मामला दो विशेष समुदाय से जुड़ा होने के कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
पहले भी गांव में हो चुका है विवाद बताया जा रहा है कि जिस गांव की यह घटना है वहां विशेष संप्रदाय का वर्चस्व है। अनुसूचित जाति की जनसंख्या बहुत कम है, लेकिन इस बार गांव का प्रधान अनुसूचित जाति का ही है। बताया जा रहा है कि गांवे में काफी पहले से ही दोनों समुदायों में तनाव रहता था। कई बार इस गांव में दोनों समुदायों के बीच बड़ा विवाद हो चुका है।
वहीं मेरठ पुलिस का कहना है कि मामले में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। आवश्यक कार्रवाई खरखौदा पुलिस द्वारा की जा रही है।