इसके चलते विवाह जैसे मांगलिक कार्य रुक जाएंगे और इसके बाद दो जुलाई से चातुर्मास का प्रारंभ हो जाएगा। मतलब आगामी 4 मास तक कोई शुभ कार्य नहीं होंगे। ज्योतिषियों की मानें तो गत मई माह में विवाह जैसे शुभ मांगलिक कार्यों के 11 मुहूर्त थे। लेकिन लाकडाउन के चलते कोई भी शुभ मांगलिक कार्य नहीं हो सके। अब जून माह में भड़रिया नवमी ही शुभ मुहूर्त है। एक जुलाई को देवशयनी के साथ करीब 4 माह के लिए विवाह जैसे मांगलिक कार्य पर प्रतिबंध लग जाएगा।
वहीं कोरोना महामारी के चलते मई माह में जिन लोगों के विवाह रुक गए थे। ऐसे में अब उनके घर पर 29 जून को भड़रिया नवमी के अबूझ मुहूर्त में विवाह की तैयारियां जोरों पर चल रही है। इसके बाद शुभ मुहूर्त सीधे 25 नवंबर के बाद प्रारंभ होंगे। नवंबर में सिर्फ दो दिन और दिसंबर में सात दिन ही विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त रहेंगे।