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भाजपा नेताओं ने पुलिस मुठभेड़ उठाए सवाल, गोलीकांड के आरोपी के परिजनों ने सीएम योगी से की शिकायत डीएम आफिस को घेरे में लिया छात्रों ने डीएम कार्यालय के भीतर घुसने की कोशिश की तो डीएम कार्यालय को भीतर से बंद कर दिया गया। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए डीएम भी कार्यालय नहीं पहुंचे। उधर छात्रों ने ऐलान कर दिया कि आज या तो छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज जाए या फिर एसपी सिटी को गिरफ्तार किया जाए। छात्रों ने डीएम कार्यालय को घेरे में ले लिया है। हालात काफी गंभीर है। पूरे मामले में खाकी चारों तरफ से घिर चुकी है। फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाते हुए छात्रों ने आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। छात्रों से मिलने के लिए कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है। छात्रों ने एसपी सिटी और थाना मेडिकल के अलावा सिविल लाइन के स्टाफ को निलंबित करने की मांग की है।
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उसने पुलिस से अपनी हत्या होने का अंदेशा जता दिया था…फिर रात को सुनसान रास्ते पर हुई धांय-धांय यह था मामला बता दें कि 28 अगस्त को विश्वविद्यालय के गेट पर कुछ छात्रों में लड़ाई हुई थी। जिसमें दो बाहरी लोगों को गोली लगी थी। थाना मेडीकल में अभियोग पंजीकृत हुआ । जिसमें कादिर अली जो कि बीजेएमसी के द्वितीय वर्ष के छात्र है को नामजद किया गया। इसके साथ ही एक अन्य छात्र आदित्य तोमर को भी नामजद किया गया। आदित्य एबीवीपी का सहमंत्री है। कादिर भी सक्रिय कार्यकर्ता है। बताया जा रहा है ये दोनों फायरिंग की घटना के दौरान मौके पर थे ही नहीं। कादिर ने मामले में आत्मसमर्पण किया तो उसके ऊपर इनाम घोषित करते हुए उसको मुठभेड़ में गोली मार दी गई। इसी फर्जी मुठभेड़ को लेकर छात्रों में आक्रोश फैल गया है। छात्रों ने कहा कि कुछ पुलिस अधिकारियों ने जंगल राज फैला दिया है। फर्जी मुठभेड़ में छात्रों को मारा जा रहा है।