यह भी पढ़ेंः
आयकर टीम ने व्यापारी के घर और प्रतिष्ठान पर मारे छापे, बैंक खातों में हेरफेर की चल रही जांच सपा कार्यालय से कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे सपाइयों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की। जिस पर सपाई और पुलिस आपस में भिड़ गए। इस दौरान सड़क पर गिरे कई सपाइयों को चोटें लग गर्इं। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार पुलिस के डंडे के जोर पर जनता को दबाना चाहती है। जिसका उदाहरण आज सपा कार्यालय पर देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नकली मुखौटा पर झूठ का चश्मा पहना रखा है।
यह भी पढ़ेंः
बड़े शोरूम में चोरी करते-करते चोरों का हाथ पड़ गया अलार्म पर, मुंबई की कॉल पर तुरंत पहुंची पुलिस, भरे थैले छोड़ भागे सपा नेताओं के कार्यालय पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को नारेबाजी करने से रोकना चाहा तो दोनों के बीच कहासुनी के बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई। सपाइयों ने नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय की ओर बढना शुरू कर दिया। विवाद को बढ़ता देख पूर्व जिलाध्यक्ष ने सपाइयों को पीछे करने की सोची। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया कि यह अपना कार्यक्रम है, माहौल खराब न करें। वहीं उन्होंने सपाइयों को भी नारेबाजी करने से रोका। हालात ये थे कि सपाइयों को डीएम कार्यालय तक पहुंचने से रोकने के लिए कई स्थानों पर बैरिकेडिंग बनाए गए थे। जहां पर पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ तैनात थे।