प्रदेश में कानून विरूद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत दो वर्षो में अब 291 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनके तहत 507 आरोपियों की गिरफ्तार भी हुई है। पुलिस कार्रवाई के बाद भी छल-कपट से युवातियों का धर्मांतरण कराकर उनके उत्पीड़न की घटनाएं कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं।
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सर्वाधिक मुकदमे फतेहपुर मेंप्रदेश में 27 नवंबर, 2020 से 30 अक्टूबर, 2022 तक अवैध धर्मांतरण के सर्वाधिक 20 मुकदमे फतेहपुर में दर्ज हुए हैं। इसके अलावा आठ जिले हैं, जहां 10 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इनमें लखनऊ, सहारनुपर, बरेली,पीलीभीत, गोरखपुर, गोंडा, आजमगढ़ व कानपुर शामिल हैं।
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150 मामलों में कोर्ट में बयान दर्ज
इन जिलों में चल रही कार्रवाई पर विशेष नजर रखी जा रही है। अब तक 150 मामलों में पीड़ित युवतियां कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा चुकी हैं। उन पर किए गए जुल्मों की कहानी बयां का चुकी हैं। 59 ऐसे मामले आए हैं। जहां नाबालिग लड़कियों को षड्यंत्र में फंसाकर उनका उत्पीड़न किया गया। अब तक दर्ज कुल मुकदमों में 507 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।
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बोले अधिकारीइस बारे में एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार कहते हैं कि धर्मांतरण के मामलों में काफी कमी आई है। जबरन धर्मांतरण कराने के दर्ज मामलों में सख्त कार्रवाई की गई है। धर्मांतरण के दर्ज सभी मामलों में मुख्यालय स्तर से भी समीक्षा की जाती है।