परिवार चलाना मुश्किल- सुनाल नाथ कमिश्नरी पर अखिल भारतीय घुमंतू सपेरा विकास महासंघ के पदाधिकारी पहुंचे और यहां बीन बजा कर प्रदर्शन किया। महा संघ के सुनील नाथ ने बताया कि आजादी के बाद से उनको गजट में अभी तक शामिल नहीं किया गया है। उनको अनुसूचित जाति और जनजाति में शामिल किया जाए। सांप के खेल दिखाने पर प्रतिबंध के बाद से उनको परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। सपेरों के साथ बच्चे भी आए हुए थे।
प्रदर्शन कर सपेरों ने बजाया बीन उन्होंने कहा कि राज्य में सपेरा जाति को अभी तक किसी भी आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया है जबकि केंद्र सरकार व अन्य राज्यों ने एससी एसटी वर्ग में इस जाति को शामिल कर लिया है। हम पिछले काफी समय से अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हो सकी है। सपेरों ने प्रदर्शन कर बीन बजाना शुरू कर दिया।
आंदोलन की दी चेतावनी उधर, इस दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में कई अन्य संगठन भी धरना प्रदर्शन कर रहे थे। जो बीन की धुन सुनकर सपेरों के पास पहुंचे और काफी देर तक बीन की धुन को सुनते रहे। काफी देर बीन बजाने के बाद सपेरों ने अपनी मांग से संबंधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंप दिया। साथ ही शीघ्र समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी।
सीएम तक बात पहुंचाने की प्रतिनिधियों से की मांग सुनील नाथ ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम फिर से लखनऊ में धरना देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई भी जनप्रतिनिधि उसकी मद्द के लिए आगे नहीं आ रहा है। जबकि वोट लेने के लिए सभी गांव के चक्कर काटते हैं। सपेरों ने जनप्रतिनिधियों से भी मांग की है कि वे उनकी बात को मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचाएं।