उन्होंने कहा कि गांधी परिवार अब किसान हित की बात कर रहा है। क्या ये लोग किसानों को इंसाफ दिलाएंगे। अपने संबोधन में उन्होंने अमेठी पर काफी फोकस रखा। कहा कि विश्वास के साथ ही अमेठी की जनता ने हमें जिताया है। चालीस इंच का आलू बताने वाले राहुल गांधी संसद में मिर्च का रंग तक नहीं बता सके थे। यह परिवार किस आधार पर किसान हित की बात कहता है।
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किसान आंदोलन: दिल्ली के बॉर्डर पर जमे हजारों किसानों के समर्थन में देश की खाप पंचायतें भी उतरीं उन्होंने कृषि कानून की खूबियां गिनाते हुए कहा कि यह कानून किसानों की आजादी तय करेगा। पूरे देश में किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकेगा। किसान हित मोदी सरकार के एजेंडे में सबसे ऊपर है। किसानों के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी। सरकार ने छह माह तक डेढ़ लाख किसानों के साथ ऑनलाइन चर्चा करके ही कृषि कानून को बनाया है। गांधी परिवार, जिसने कांग्रेस को डुबोया है, वही अब किसानों के कंधे से हल उतारकर राजनीतिक बंदूक चला रहा है। अपने संबोधन को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के दंगों में जो लोग शामिल रहे, वहीं लोग अब किसानों के हित में पोस्टर लिए घूम रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री कई मंत्री संजीव बालियान का नाम लिया और उनके काम की तारीफ भी की।
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून को लेकर किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। वे इस कानून को केंद्र सरकार द्वारा वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह नया कानून किसानों के हित में है, यही बताने के केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज यहां मेरठ में हैं। उनके अलावा भाजपा के कई दिग्गज नेता भी इस मौके पर मौजूद हैं। केंद्रीय मंत्री केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए विरोधियों के आरोपों का जवाब भी देंगी। सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, मेरठ-हापुड़ सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल और अतुल गर्ग भी उपस्थित रहे।