दिल्ली: मेजर की पत्नी की सरेराह हत्या करने वाला आरोपी सेना अधिकारी मेरठ से गिरफ्तार
आपको बता दें कि भाजपा ने 23 से 25 जून तक नए मतदाताओं के वोट बढ़ाने के लिए अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान के अंतर्गत भाजपा नेता व कार्यकर्ता हर बूथ पर कैंप लगाकर लोगों के वोट बनवा रहे हैं। इससे पहले भी भाजपा इस तरह से बूथ मैनेजमेंट कर चुनाव लाभ उठाती रही है। इससे सबक लेते हुए सपा ने भी इस बार भाजपा के नक्शे कदम पर चलने का फैसला किया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रत्येक बूथ पर प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी साथ ही प्रत्येक बूथ पर कमेटी भी गठित होगी।
पथरी का इलाज कराने गए मरीज की किडनी निकालने के मामले हुई ये बड़ी कार्रवाई, मचा हड़कंप
इसके अलावा जिले के सातों विधानसभा क्षेत्रों को सेक्टरों में बांटा जाएगा। जिसमें एक विधानसभा क्षेत्र में 25 सेक्टर बनाये जाएंगे। प्रत्येक सेक्टर पर प्रभारी की नियुक्ति होगी। इस काम को हर हाल में 30 जून तक संपन्न करने का निर्देश दिया गया है। इन सबका कार्य लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची में नए मतदाता जुड़वाना, फर्जी मतदाताओं के नाम हटवाना तथा दूसरी पार्टियों की गतिविधि पर नजर रखना है। इन सबके कार्य के लिए पार्टी के निर्देश पर 26 जून को एमएलसी उदयवीर सिंह समीक्षा करने आ रहे हैं। 29 जून को सपा युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव समीक्षा करने आएंगे। ये दोनों नेता अखिलेश यादव के करीबी हैं। दोनों स्थानीय नेताओं को पार्टी की रणनीति समझाएंगे और स्थानीय राजनीतिक समीकरण की जानकारी लेंगे।
सपा जिलाध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह ने बताया कि बूथ कमेटियों और सेक्टरों के गठन के बाद बूथ प्रभारियों व सेक्टर प्रभारियों के सम्मेलन 15 जुलाई से शुरू होंगे। इस तिथि तक सभी प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी गठित कर ली जाएंगी।साथ ही कार्यकर्ता घर-घर संपर्क करेंगे। मतदाता सूची में नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने व संशोधन के लिए सपा के बूथ प्रभारियों को फार्म-छह, फार्म-सात व फार्म-आठ दिए जाएंगे। ये प्रभारी बूथ लेवल अधिकारियों से संपर्क करके अपने काम को अंजाम देंगे।