स्वास्थ्य विभाग सतर्क मेरठ में भी स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। बता दे कि दूसरी लहर के बीच ब्रिटेन के कोरोना स्ट्रेन—2 के सबसे अधिक मरीज मेरठ में ही मिले थे। ये वो लोग थे जो कि लंदन से मेरठ आए थे। ब्रिटेन के स्ट्रेन—2 मिलने से मेरठ के कई इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। अब फिर से जबकि ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ने लगा है तो मेरठ में भी इसको लेकर सजगता बढ़ा दी गई है।
72 घंटे के अंदर RTPCR टेस्ट जरूरी सरकार ने ब्रिटेन से आने वाले हर व्यक्ति को 72 घंटे के अंदर RTPCR टेस्ट करवाना जरूरी कर दिया है। इसके अलावा ब्रिटेन से भारत आने पर 10 दिन क्वारंटाइन भी रहना होगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ब्रिटेन से आने वाले हर व्यक्ति को टीकाकरण की स्थिति पर ध्यान दिए बिना चार अक्टूबर से 10 दिनों के अनिवार्य क्वारंटाइन से गुजरना होगा।
ब्रिटेन में नहीं मान्य है स्वदेशी वैक्सीन बता दे कि ब्रिटेन ने भी स्वदेश में बनी भारतीय वैक्सीन प्रमाणपत्रों को मान्यता नहीं दी है। जिसके चलते यहां से जाने वाले लोगों को भी कई हफ्तों तक क्वारंटीन होना पड़ रहा है। अब नए मानदंडों के तहत ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों को उनके टीका लगने के बावजूद यात्रा से 72 घंटे के भीतर की कोरोना की RTPCR टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। इसके साथ ही देश में आने के बाद 8 वें दिन फिर से आरटी-पीसीआर टेस्ट करना होगा। आगमन के बाद 10 दिनों के लिए घर पर अनिवार्य क्वारंटाइन से गुजरना होगा। कुछ ऐसा ही ब्रिटेन में भी हो रहा है। देश से गए यात्रियों को ब्रिटेन पहुंचने पर 10 दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना पड़ रहा है।
नहीं मिला है कोई आदेश इस बारे में सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि हालांकि ऐसा कोई आदेश तो प्राप्त नहीं हुआ है। लेकिन विदेश से आने वालों की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर जाती है और बाहर से आने वाले का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाता है। सतर्कता के लिहाज से विदेश से आने वाले हर व्यक्ति को 48 घंटे के लिए क्वारंटीन रहने के लिए कहा जाता है और उसकी पूरी निगरानी की जाती है।