यह भी पढ़ेंः
फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाकर छात्रों ने डीएम आफिस घेरा, एसपी सिटी की गिरफ्तारी की मांग मंत्री के स्वागत से पहले हुई थी फायरिंग भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री आयुष पंवार ने परिवहन मंत्री अशोक कटारिया के स्वागत में विश्वविद्यालय के गेट पर 28 अगस्त को कार्यक्रम रखा। मंत्री के आने से पहले ही यहां फायरिंग हुई और हंगामा हुआ। इसमें दो छात्रों मनीष व शानू को पैर में गोली लगी थी। मामले में आशू काजला उर्फ आशीष, कादिर, सागर चैधरी, दीपक पंवार व आदित्य तोमर पर गोली मारने का आरोप लगा था। घायलों की ओर से नामजद रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। 29 अगस्त की सुबह उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के सदस्य व भाजपा नेता कुंवर बासित अली कई लोगों के साथ आरोपी कादिर को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे और उसे पुलिस को दे दिया।
यह भी पढ़ेंः
भाजपा नेताओं ने पुलिस मुठभेड़ उठाए सवाल, गोलीकांड के आरोपी के परिजनों ने सीएम योगी से की शिकायत मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारी दोपहर को पुलिस ने कादिर के साथ मुठभेड़ दिखाकर पैर में गोली मार दी। पुलिस ने तब बताया था कि कादिर दरोगा की पिस्टल लेकर भाग रहा था, इसी दौरान मुठभेड़ में उसके पैर में गोली मार दी गई। इसके बाद घायल कादिर के परिजनों व विश्वविद्यालय के छात्रों का गुस्सा फूटा और उन्होंने डीएम कार्यालय के सामने धरने दे दिया। उनका दावा है कि इस मामले में सीओ सिविल लाइन, इंस्पेक्टर सिविल लाइन और इंस्पेक्टर मेडिकल ने मुठभेड़ की साजिश रची है। इसके बाद उच्चाधिकारियों ने इनमें से दो इंस्पेक्टरों खिलाफ जांच बिठा दी गई है।