मौके पर पहुंची पशुपालन विभाग की टीम ने पिटबुल को पकड़कर टंकी परिसर में बने एक कमरे में बंद कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि आवारा पिटबुल को अगर बाहर निकाला तो वह अन्य बच्चों को भी काट सकता है।
गांव नरहेड़ा निवासी आबिद का नौ वर्षीय बेटा सूफियान घर के बाहर खेल रहा था। गांव में आवारा घूम रहे पिटबुल कुत्ते ने बच्चे पर हमला कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े तो कुत्ता वहां से भाग गया।
परिजनों ने घायल बच्चे को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया।
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि आसपास के गांव में यह कुत्ता किसी ने पाला होगा, लेकिन कुत्ता हमलावर होने के कारण उसने उसे आवारा छोड़ दिया। कुत्ता ग्रामीणों के लिए खतरा बना हुआ है।