इससे पहले नहीं दिखी इतनी बड़ी रकम पवन जल्लाद का कहना ह ै कि वह 55 साल के हो चुके हैं। उन्होंने अपने जीवन में इससे पहले कभी इतनी बड़ी रकम मेहनताने के रूप में नहीं देखी है। आने-जाने के खर्च और जेल में एक-दो रात अच्छे से रहने के इंतजाम से ही उनके पुरखे सब्र कर लेते थे। आज महंगाई का जमाना है। पहले गरीब आदमी रोटी-नमक-प्याज खाकर जिंदगी बसर कर लेता था। आज देश में प्याज 150 रुपये किलो बिक रहा है।
यह कहा पवन जल्लाद ने निर्भया के हत्यारों को फांसी पर चढ़ाने को लेकर देश में और भी मौजूद एक-दो जल्लादों में से कोई इतना बे-सब्र या बेताब नहीं है जितने आप? पूछने पर पवन जल्लाद बेबाकी से कहते हैं कि पांच बेटी और दो बेटे मतलब 7 संतान जिस पिता के सहारे हों, इस महंगाई के जमाने में, सोचिये उसकी जरूरतों का आलम क्या होगा?
बेटियों की शादी के लिए उधार लिए थे 5-6 लाख रुपये पवन जल्लाद आगे बोले कि कई साल पहले भूमिया पुल (मेरठ) क्षेत्र में पुश्तैनी मकान था। वह बारिश में ढह गया। उस दिन पत्नी मकान के मलबे में दब गई। बड़ी कोशिशों से उसे ढहे मकान के मलबे से निकाला गया। इसके बाद से वह कांशीराम आवास योजना के तहत मिले एक छोटे से मकान में जिंदगी के दिन-रात काट रहा है। तीन बड़ी बेटियों की शादी के लिए 5-6 लाख रुपये उधार लिए थे। अभी तक उन्हें चुका नहीं पाया है। नकद पर ब्याज और चढ़ता जा रहा है।