गुर्गों के साथ कचहरी पहुंचा था विदेशी यह तब पता चला जब राठी के गुर्गों के साथ साउथ अफ्रिका का एक युवक कचहरी में पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान गुर्गों और पुलिस में कहासुनी भी हुई थी। बताया जा रहा है कि मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से ही राठी के गुर्गे अंडरग्राउंड को गए हैं। जबकि पुलिस उनकी तलाश में दबिश भी दे रही है, लेकिन किसी का कोई पता नहीं लग सका है।
पिता की मौत के बाद उठाए हथियार बागपत के टीकरी कस्बे के रहने वाले सुनील राठी के पिता नरेश राठी की हत्या 1999 में चुनावी रंजिश के चलते कर दी गई थी। जिसके बाद उसने बदला लेने के लिए हथियार उठाए थे। जिसके बाद पुलिस ने 2001 में राठी को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से ही वह सलाखों के पीछे है।
17 साल में एक दर्जन जेल में रह चुका राठी बता दें कि 2001 में गिरफ्तार होने के बाद राठी पिछले 17 सालों में तीन राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली की करीब एक दर्जन जेलों में रह चुका है। जेल में रहते हुए ही उसने अपने गैंग को मजबूत किया। जिसके तार अब विदेशों तक जुड़े बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो राठी के गिरोह के कई लोग विदेशों में भी हैं जिनके संपर्क में वह लगातार बना हुआ है।