ये था मामला पुरानी दिल्ली के चांदनी महल इलाके में तीन सितंबर को पाकिस्तानी महिला मुमताज परवीन की हत्या कर दी थी गई थी। तीन सितंबर की शाम को गली बहार वाली, छत्तालाल मियां के के एक मकान से दुर्गंध आने की सूचना पुलिस को मिली। तुरंत पुलिस की टीम वहां पहुंची तो कमरे पर बाहर से ताला लगा था। पुलिस ने ताला तोड़ा तो अंदर कमरे में बैड पर एक महिला का शव खून से लथपथ पड़ा था। उसका शव भी बुरी तरह सड़ी-गली हालत में था।
मेरठ के शाहपीर गेट से हुआ गिरफ्तार पुलिस ने हत्या के मामले में महिला के सगे भांजे फरमान अहमद को मेरठ के शाहपीर गेट से गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद फरमान मेरठ आ गया था और यहां पर रहने लगा था। उसने बताया कि वह वारदात के बाद मेरठ फरार हो गया था। जिले के स्पेशल स्टाफ और लोकल पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से आरोपी की पहचान की। इसके बाद आरोपी को दबोच लिया गया। मध्य जिला पुलिस आरोपी फरमान अहमद से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।
अवैध रूप से भारत में रह रही थी महिला मृतक महिला मुमताज पाकिस्तान की नागरिक थी। उसका परिवार तो भारत का था, लेकिन पाकिस्तान में शादी के बाद उसकी नागरिकता वहीं की हो गई थी। पाकिस्तानी पति अब्दुल वहाब की मौत के बाद वह भारत आकर अवैध रूप से रहने लगी थी। 1997 में उसके खिलाफ अवैध रूप से भारत में रहने और बाद में नकली नोट का धंधा करने का भी मामला दर्ज हुआ था। मुमताज ने 2014 में दोबारा भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे अभी नागरिकता मिली नहीं थी।
मेरठ में हुई थी पाकिस्तानी मृतक महिला मुमताज की शादी वर्ष 1980 में मुमताज की पहली शादी मेरठ के रहने वाले एक मौलाना से हुई थी। मौलाना से उसके दो बच्चे हुए। मुमताज के परिवार में छह बहनें व तीन भाई थे। सभी की दिल्ली, मेरठ व मुरादाबाद में शादी हुई थी। मौलाना ने किसी बात पर मुमताज को तलाक दे दिया। इसके बाद उसने पाकिस्तान के अब्दुल वहाब से शादी कर ली।