बुलंदशहर में तेज रफ्तार ट्रक ने बस को मारी जाेरदार टक्कर, हरिद्वार जा रहे 7 श्रद्धालुओं की मौत, दर्जनभर से ज्यादा घायल मामला सरधना थाना क्षेत्र का है। नगर के मोहल्ला महल सराय निवासी एक महिला का मायका नहटौर क्षेत्र में है। महिला की चार पुत्रियां व एक पुत्र है। वहीं पति को शराब की लत है और रोजगार का कोई साधन नहीं है। कुछ दिन पूर्व महिला मायके गई हुई थी। वहीं पर उसने अपनी सात वर्षीय पुत्री को एक वकील को दो लाख रुपये में बेच दिया। बताया जाता है कि उसने यह कदम गरीबी के चलते उठाया है। इसके बाद छह मई को वह धामपुर ससुराल लौट आई। जब मोहल्लेवासियों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने दो दिन पूर्व रात के समय बिरादरी की पंचायत बुलाई। इसमें दंपती को चेतावनी दी कि यदि वह अपनी लड़की को वापस नहीं लाए तो उनका हुक्का-पानी बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद सात मई की सुबह महिला फिर मायके चली गई। फिलहाल परिवार के लोग कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बेटी को भी अभी वापस नहीं लाया जा सका है। वहीं पुलिस अधिकारी भी मामले की जानकारी से इनकार कर रहे हैं। शनिवार को पूर्ति विभाग की टीम पीड़ित परिवार के पास पहुंची और उनके राशन कार्ड आदि का फार्म भरवाया। साथ ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन भी दिया। वहीं क्षेत्र में सक्रिय सामाजिक संगठनों ने भी भरपूर मदद का आश्वासन दिया है। प्रभारी निरीक्षक शक्ति सिंह का कहना है कि तहरीर आने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
एडल्ट फिल्म देखने के बाद 13 साल के लड़के ने की बच्ची से रेप की कोशिश, फिर कर डाला ये कांड वकील ने बेटी देने से किया मना सूत्रों की मानें तो महिला को वकील ने बेटी देने से मना कर दिया है। महिला ने जब वकील से बेटी वापसी की मांग की तो वकील ने कहा कि उसने बेटी को ऐसे नहीं लिया सभी कानूनी कार्रवाई पूरी कर ही बेटी को गोद लिया गया है। अब बेटी पर महिला का कोई अधिकार नहीं है।