मई के दूसरे सप्ताह में भी लोगों को उस गर्मी का अहसास नहीं हो रहा जो आमतौर पर होता रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले एक सप्ताह में लू की स्थिति भी समाप्त हो जाएगी। वर्ष के इस महीने के आसपास गर्मी आमतौर पर अपने पूरे चरम पर होती है और गर्मी के कारण पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश उबल जाता है लेकिन इस बार मई का पहला सप्ताह कड़ाके की गर्मी से बच गया है और अगले सप्ताह भी बचे रहने की संभावना है। यहां तक कि पूरे उत्तर भारत में इस बार लू का माहौल नहीं बना है।
मौसम विभाग ( Meteorological Department ) के डॉ़क्टर एन सुभाष के अनुसार हीटवेव तब घोषित की जाती है जब दिन का तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक हो जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है। वैकल्पिक रूप से लगातार दो या उससे अधिक दिनों के लिए पारा 45 डिग्री तक पहुंचना भी एक हीटवेव स्थिति है और आमतौर पर इससे गरज और धूल भरी आंधी की गतिविधि से राहत मिलती है। उन्होंने बताया कि इस समय उत्तर की ओर पश्चिमी विक्षोभ की एक पूरी श्रृंखला बनी हुई है जो मैदानी हवाओं और धूल से राहत देने वाले क्षेत्र पर प्रेरित परिसंचरण के साथ उत्तर और ऊपर की ओर गर्मी को कम कर रही है।
काल बैसाखी द्वारा इस क्षेत्र के तापमान को हल्का बनाए रखते हुए पूर्वी भागों को अक्सर हीट-वेव से बचाया जाता है। दक्षिण प्रायद्वीप ट्रफ के कारण सक्रिय प्री-मानसून देख रहा है। इन सभी मौसम गतिविधियों के अगले एक सप्ताह तक संबंधित क्षेत्रों में बने रहने की संभावना है।