यह भी पढ़ेंः
योगी की फोटो लगी टीशर्ट के साथ तिरंगे की बढ़ी इतनी डिमांड कि कांवड़ियों के लिए कम पड़ गया सामान पंचक खत्म होने पर कांवड़ियों का सैलाब उमड़ा शुक्रवार को पंचक खत्म होने के बाद से कांवड़ियों का सैलाब हरिद्वार में उमड़ पड़ा है। हिन्दू धर्म के अनुसार पंचक में कोई शुभ कार्य नहीं किये जाते। जिस कारण कांवड़ियां पंचक खत्म होने का इंतजार कर रहे थे। शनिवार को दर्जनों बसों व अन्य छोटे-छोटे वाहनों से शिव भक्तों का हुजूम हरिद्वार के लिए रवाना हुआ। स्थानीय कांवड़ियों के हरिद्वार के लिए रवाना होने की चलते सभी प्रमुख मार्ग केसरियां रंग में रंगा है।
यह भी पढ़ेंः
सावन में घर लाएं भोलेनाथ की ये प्रिय चीजें तो जीवन में आएंगे मनोवांछित बदलाव पैरों के छाले भी आस्था को नहीं डिगा रहे पैरों में पड़े छाले भी शिव भक्तों की आस्था को डिगा नहीं पा रहे है तथा शिव भक्त बम-बम भोले का जयकारा लगाते तेजी से अपने-अपने गंतव्यों की ओर बढ़ते चले जा रहे है। हरिद्वार गोमुख, गंगोत्री से गंगा जल लेकर आ रहे शिव भक्तों की संख्या में दिनों-दिन बढ़ोतरी होती जा रही है।
यह भी पढ़ेंः
कांवड़ यात्रा 2018: यूपी के इस शहर में शिवभक्त ला रहे इतनी बड़ी आैर कीमती कांवड़, हैरत में पड़ रहे सभी कांवड़ मार्ग पर शिवभक्तों की संख्या 17 लाख पार शनिवार चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग से गुजरने वाले शिवभक्तों की संख्या 17 लाख पार गई थी। कांवड़ मार्ग पर उमड़ रहे शिवभक्तों के हुजूम से कांवड़ मार्ग इन दिनों केसरिया रंग में पूरी तरह से रंग गया है। सैकड़ों मील की दूरी तय करने के बाद शिवभक्तों के पैरों में पड़ रहे छालों पर उनकी आस्था भारी पड़ रही हैं तथा शिव भक्त अपने गंतव्य की ओर बढ़ते जा रहे हैं। पैरों में पड़ चुके छालों की चिंता किए बगैर जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे है। मौसम भी शिवभक्त कांवड़ियों का साथ दे रहा है।
इस बार 10-15 फीसदी कांवड़िए बढ़ेंगे इस बार कांवड़ लाने वालों की संख्या में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है आैर पंचक खत्म होने के बाद कांवड़ियों की जितनी संख्या हरिद्वार की आेर जा रही है, उससे लगता है इस बार 10-15 फीसदी तक कांवड़ियों की संख्या बढ़ेगी। शासन पहले ही संभावना जता चुका है कि इस बार 10 से 15 फीसदी कांवड़िए बढ़ेंगे, उसी हिसाब से सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाएं की गर्इ हैं।