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जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज का निधन, यहां दी जाएगी समाधि यह है तरुणसागरम तीर्थ बताते चलें कि दिल्ली स्टेशन से 30 किमी दूर दिल्ली-मेरठ हाइवे पर स्थित तरूणसागरम तीर्थ का निर्माण मुनिश्री 108 तरूण सागर महाराज ने करवाया था। मुनि श्री ने यह आश्रम करीब 40 बीघा जमीन में बनवाया था। इस आश्रम में दूर-दूर से जैन धर्म के लोग आते हैं। जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज आमतौर पर अपने इसी आश्रम में विश्राम करते थे। उनके इस आश्रम का वातावरण काफी शांत है। तीन दिन पहले ही उनके गुरू पुष्पदंत महाराज ने तरुण महाराज सागर से बात कर उनसे कहा था कि मैं तो आ नहीं सकता, लेकिन तरुणसागरम में तैयारी के लिए कुछ लोगों को भेज रहा हूं। तरूणसागरम तीर्थ में जैन धर्म के बड़े महाराज श्री के अलावा कई वीआईपी हस्तियां भी कार्यक्रम में शिरकत कर चुकी हैं।
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जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज का यूपी के इस शहर से था खास स्नेह, अन्य धर्मों के लोग भी आते थे उनके प्रवचन सुनने इस कारण मुरादनगर में बनाया था आश्रम जैन मुनि श्री तरूण सागर महाराज का आश्रम मुरादनगर के पास बनाने का एक बड़ा कारण दिल्ली से नजदीकी के अलावा यहां पर आने-जाने के साधन 24 घंटे मिलते रहना था। जिससे उनके भक्तों या आश्रम आने वाले जैन समाज के लोगों को आने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।