उप्र के महोबा जिले के थाना खन्ना अंतगर्त गियोरी गांव निवासी 40 वर्षीय राजकिशोर पुत्र देवीदीन सेना की 78 इन्फेंट्री रेजिमेंट में एमटी ड्राइवर था। वह मेरठ में तैनात था और उसके साथ उसकी पत्नी शैलजा और दो बच्चे 9 वर्षीय अंशल व चार वर्षीय अंशिका भी साथ रहते थे। राजकिशोर मेरठ के कंकरखेड़ा की फाजलपुर गांव स्थित आर्मी कॉलोनी के राजेश एनक्लेव में क्वार्टर संख्या 415 में किराये पर रह रहा था। पुलिस के अनुसार मृतक की पत्नी ने बताया कि वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहता था। वह कई दिन से बहकी-बहकी बाते करता था। राजकिशोर अपनी डयूटी से गुरुवार शाम को आया और उसने किसी से बात नहीं की। इसके बाद वह अपने साथ लाई शराब की बोतल को खोलकर पीने के लिए बैठ गया। इसके बाद उसने अपने बेडरूम का दरवाजा बंद कर लिया। पत्नी ने खाना खाने के लिए उसका दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला और खाना खाने से मना कर दिया। आमतौर पर डयूटी पर जाने के लिए वह सुबह ही उठ जाता था। लेकिन शुक्रवार को ज बवह नहीं उठा तो उसकी पत्नी ने दरवाजा खटखटाया। सुबह 9 बजे पत्नी ने उसे आवाज लगाई। पत्नी ने जब खिड़की से झांककर देखा तो राजकिशोर का शव छत के पंखे में लगे फंदे पर लटका हुआ दिखाई दिया। यह देख परिवार में चीख-पुकार मच गई। पड़ोस के लोग मौके पर एकत्र हो गए। इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा और हल्का चैकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बेडरूम का दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। पुलिस ने राज किशोर के गांव में परिजनों को घटना की जानकारी दी। इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा विनय कुमार ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में राजकिशोर डिप्रेशन में था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।