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योगी सरकार बिजली चोरी के खिलाफ बड़े शहरों में चलाने जा रही ये बड़ा अभियान, ईमानदार उपभोक्ताओं से की ये अपील, देखें वीडियो बता दें कि पिलखुवा पुलिस पर किसान नेता प्रदीप तोमर को चेकिंग के नाम पर उठाकर उसे टॉर्चर करने का आरोप है। मेडिकल पहुंचे प्रदीप के परिजनों ने बताया कि कल दोपहर उसे पिलखुवा पुलिस ने उठाया था जिसके बाद उसे छिजारसी पुलिस चौकी ले जाया गया, यहां उसे जमकर पीटा गया फिर अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही पुलिस फिर उसे अपने साथ लाई और फिर उसे टार्चर किया गया। पुलिस की ज्यादती से उसकी मौत हुई तो अपनी जान बचाने के लिए रात को ही एक बजे पुलिसवाले उसे मेरठ मेडिकल की इमरजेंसी में फेंककर फरार हो गए। रात में ही उन्हें प्रदीप की मौत की सूचना मिली तो वह दौड़कर मेरठ पहुंचे, जहां उसका शव रखा हुआ था। तीन मिनट से ज्यादा की यह वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गई। घरवालों ने कमिश्नरी आफिस में घंटों हंगामा काटा। वह वहीं धरना देकर बैठ गए और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। परिजनों का आरोप था कि पिलखुवा सीओ और एसओ ने भी प्रदीप के साथ मारपीट की है।
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छात्र संघ चुनाव की उठी मांग, विश्वविद्यालय में हंगामा, सरकार पर लगाए आरोप, देखें वीडियो पूरे प्रकरण पर एडीजी मेरठ डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। एडीजी ने बताया प्रारंभिक तौर पर थाना इंचार्ज, चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों केा सस्पेंड कर दिया गया है।