डेंगू और वायरल के बढते लोड से हाफने लगा विभाग बता दे कि पहले कोरोना को रोकने में ही स्वास्थ्य विभाग हाफ गया था और तीसरी लहर से बचाव की तैयारी में जुटा था। लेकिन वहीं दूसरी ओर अब डेंगू और वायरल के बढते लोड से विभाग हाफने लगा है। डेंगू के संक्रमण को देखते हुए ब्लड बैंकों को ब्लड कंपोनेंट बढ़ाने के लिए कहा है। स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल की ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर गीता अग्रवाल ने मेरठ का दौरा कर ब्लड बैंकों की समीक्षा की। आधे से ज्यादा ब्लड बैंकों ने रक्त यूनिटों की उपलब्धता को अपडेट नहीं किया है। 13 से 17 तारीख तक 11 ब्लड बैंकों को सौ-सौ यूनिट रक्त जुटाने के लिए कहा है।
शासन ने तलब की रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज में सर्वाधिक 789, जबकि जिला अस्पताल में 432 यूनिट फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा उपलब्ध है। शासन ने अपडेट न करने को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट तलब की है। मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल समेत सभी ब्लड बैंकों में कोरोना की वजह से रक्तदान शिविर लगाए नहीं जा सके, जिसकी वजह से ब्लड यूनिटों की भारी कमी पड़ गई।
डेंगू से निपटने की तैयारी की जा रही है – सीएमओ प्लाज्मा रक्त में मिलने वाला पीले रंग का पदार्थ है। इसे 30 डिग्री पर रखा जाता है। इससे कई कंपोनेंट निकाले जाते हैं, जिसका इलाज में प्रयोग होता है। सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने कहा कि ब्लड बैंकों में रक्त यूनिटों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कहा गया है। डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट चढ़ानी पड़ सकती हैं, जिसकी तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी तक मरीजों की स्थित सामान्य बनी हुई है।