मेरठ

सावधान ! साइबर जालसाज ऐसे करते हैं वाट्सएप हैक, सैकेंड में खाता करते हैं खाली

cyber fraudsters hacking whatsapp साइबर जालसाज ठगी के रोज नए तरीके अपना रहे हैं। बैंक के अधिकारी बनकर ठगी करने का धंधा पुराना होने के बाद अब साइबर जालसाज दूसरे तरीके से लोगों को ठगने के तरीके अपना रहे हैं। इसमें साइबर जालसाज लोगों के वाट्सएप को हैक कर और मोबाइल की काल को डायवर्ट कर उनको चूना लगाने का काम कर रहे हैं। इसके बाद सीधे बैंक खातों में सेंधमारी कर रहे हैं। मेरठ पुलिस ने इन साइबर जालसाजों की ठगी के इस नए तरीके से आगाह किया है।

मेरठJun 15, 2022 / 07:32 pm

Kamta Tripathi

सावधान ! साइबर जालसाज ऐसे करते हैं वाट्सएप हैक कर खाते से उड़ा रहे रुपये

cyber fraudsters hacking whatsapp प्रतिदिन साइबर अपराधी बैंक खातों में सेंधमारी के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं । जागरूक रहने और ठगी से बचने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक प्रभाकर चौधरी के अनुसार अतिरिक्त सतर्कता ही बचाव का एकमात्र उपाय है। साइबर ठग लोगों को फोन कर दूरसंचार कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए पूछते हैं कि आपके नेटवर्क में किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं आ रही है। उसके बाद साइबर अपराधियों द्वारा उपयोगकर्ता को विश्वास दिया जाता है कि उन्हें किसी तरह की ओटीपी या पिन बताने की आवश्यकता नहीं है। जिन उपभोक्ताओं द्वारा खराब नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या बताई जाती है तो इसका फ़ायदा साइबर जालसाज उठाते हैं।

समस्या समाधान के लिए डायल करवाते हैं स्पेशल कोड डायल
समस्या के समाधान के लिए उनसे बताते हैं की एक स्पेशल कोड डायल करने पर खराब नेटवर्क की समस्या दूर हो जाएगी। दरअसल स्पेशल कोड डायल करते ही उपयोगकर्ता की सभी कॉल साइबर ठगों के नंबर पर डायवर्ट हो जाती है जिसका फायदा उठाकर साइबर ठग, उपयोगकर्ता के वॉट्सऐप को अपने फोन में लॉगिन करके उपयोगकर्ता के नम्बर का दुरुपयोग कर उपयोगकर्ता के परिचितों से पैसे मांगते हैं। चूंकि उपयोगकर्ता के परिचितों को वॉट्सऐप पर जो नम्बर शो होता है वह असली होता है इसलिए लोगों को लगता है कि उनका परिचित ही पैसा मांग रहा है और मांगी गई रकम साइबर ठगों के एकाउंट में ट्रांसफर हो जाती हैं ।
यह भी पढ़े : ‘भावी पीढ़ियों के लिए धन सहेजे या न सहेजे परन्तु जल और पर्यावरण पर ध्यान आवश्यक देें’

ऐसे करते हैं वाट्सएप हैक :
वाट्सएप अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए दो विकल्प होते है। एक जरिये ओटीपी और दूसरा जरिये कॉल। चूंकि सभी कॉल साइबर ठग के मोबाइल नंबर पर डायवर्ट रहती है इसलिए साइबर ठग कॉल विकल्प को सेलेक्ट करता है और दूसरे के व्हाट्सएप को अपने फोन में लॉगिन करके उस अकाउंट में मौजूद व्हाट्सएप ग्रुप और नंबरों को मैसेज करके पैसे की मांग करता है। परिचित नम्बर को देखकर लोग जांच पड़ताल नहीं करते और झांसे में आकर खाते में रकम ट्रांसफर कर देते हैं।
व्हाट्सएप अकांउट में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन रखे आन
व्हाट्सएप अकाउंट में टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन आँन रखें ताकि ओटीपी आने पर भी कोई लॉगिन न कर सके व किसी भी अन्जान कालकर्ता का काँल आने पर किसी को भी ओटीपी शेयर न करें या स्पेशल कोड अपने मोबाईल मे डायल न करें तथा Anydesk, Team viewer, या QuickSupport आदि जैसे एप डाउनलोड न करें ।
यह भी पढ़े : Kidnap in Meerut : 25 साल की महिला का 15 साल के किशोर पर आया दिल, कर लिया किशोर प्रेमी का अपहरण


ये हैं कॉल डायवर्ट के स्पेशल कोड
जियो- 401<10 अंकों का मोबाइल नम्बर>
वोडाफोनआइडिया- *21<10 अंकों का मोबाइल नम्बर>
बीएसएनएल- *61<10 अंकों का मोबाइल नम्बर>
एयरटेल- *61<10 अंकों का मोबाइल नम्बर>

Hindi News / Meerut / सावधान ! साइबर जालसाज ऐसे करते हैं वाट्सएप हैक, सैकेंड में खाता करते हैं खाली

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.