भुवनेश्वर ( Cricketer Bhuvneshwar Kumar ) के 63 वर्षीय पिता कई माह से लीवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। दिल्ली के एम्स व नोएडा समेत कई अस्पतालों में इलाज के बाद वह इन दिनों मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। हालांकि यहां भी चिकित्सकों ने उन्हें जवाब दे दिया। इसके बाद से भुवनेश्वर कुमार व उनका परिवार घर पर ही उनकी सेवा कर रहा था। बताया गया कि उन्होंने अपने गंगानगर सी-पॉकेट आवास पर अंतिम सांस ली थी। खास बात यह है कि एक तरफ परिवार जहां घर में जश्न मनाने की तैयारी कर रहा था वहीं पिता की मौत के बाद भुवनेश्वर के परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर भुवनेश्वर कु़मार के पिता
किरणपाल का गुरुवार शाम उनके पैत्रक गांव लुहारली में अंतिम क्रियाकर्म किया गया भुवनेश्वर ने मुखाग्नि दी। क्रिकेटर भुवनेश्वर के पिता लीवर कैंसर से कई माह से पीड़ित थे। मेरठ के गंगानगर स्थित आवास से उनका शव पैत्रक गांव ले जाया गया था। जहां परिजनों के साथ भुवनेश्वर ने गांव स्थित श्मशानघाट में अंतिम क्रियाक्रम किया। किरनपाल सिंह के निधन पर गांव में शोक का माहौल है। देर शाम तक गांव में सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। 63 वर्षीय किरनपाल सिंह लुहारली गांव के रहने वाले हैं। यूपी पुलिस से सेवानिवृत हुए किरनपाल सिंह का परिवार अभी भी गांव में रहता है। पिछले कई माह से वह लीवर कैंसर से पीड़ित थे। तीन दिन पूर्व ही उन्हें कैंसर अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर घर लाया गया था। किरनपाल सिंह के बेटे भुवनेश्वर अंर्तराष्ट्रीय क्रिकेटर है। गुरुवार को भुवनेश्वर के पिता किरणपाल का निधन हुआ। शाम करीब पांच बजे भुवनेश्वर,
मां इंद्रेश, बहन
रेखा और पत्नी नुपूर के साथ पिता का शव एंबुलेंस से लेकर लुहारली गांव पहुंच गए थे।