शनिवार को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला और शहर अध्यक्ष जाहिद अंसारी ने पार्टी कार्यालय पर बातचीत की और कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में हस्तिनापुर विधानसभा सीट से अर्चना गौतम कांग्रेस प्रत्याशी रही थीं। उनको पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 31 मई 2023 को निष्कासित कर दिया गया है। अर्चना गौतम और उनके पिता घटिया लोकप्रियता हासिल करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए एसएसपी को ज्ञापन दिया।
अश्वनीश काजला ने कहा कि अर्चना गौतम को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ाया था। लेकिन वह चुनाव हार गईं। इसके बाद अर्चना ने मेरठ से दूरी बना ली। जिलाध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में किराए की गाड़ी लगाई गई थीं उसका पैसा अर्चना गौतम ने आज तक नहीं दिया। गाड़ियों का किराया मांगने पर अर्चना गौतम फर्जी मुकदमे में फंसवाने की धमकी देतीं हैंं। अर्चना गौतम कई महिला कांग्रेसी नेताओं के साथ अभद्रता कर चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि अनुशासनहीनता के कारण अनुशासन समिति ने अर्चना गौतम को पार्टी से निकाल दिया था। समिति सदस्य एवं पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला ने अर्चना गौतम को छह साल के लिए निष्कासित करने का पत्र जारी किया था। उसके बाद से अर्चना गौतम लगातार कांग्रेस को बदनाम कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। इस अवसर पर नसीम कुरैशी, कांग्रेस नेता हरिकिशन आंबेडकर, सलीम खान, धूम सिंह गुर्जर, पूर्व पार्षद रंजन शर्मा, डॉ. अशोक आर्य, संजय कटारिया, माया प्रकाश शर्मा, योगी जाटव और अनिल शर्मा आदि मौजूद रहें।