मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में सभी जिला स्तर नेताओं को स्पष्ट संदेश दिया है कि जो नेता सुस्त दिखे उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाए। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि पार्टी में अपने निचले स्तर के संगठन जिला और ब्लॉक अध्यक्ष पर भी भरोसा जताने और उनको निर्णय लेने की ताकत देने की पहल की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिलाध्यक्षों को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का संदेश मिला है। जिसमें कहा गया है कि वह पार्टी के सभी वर्करों के काम को सलाम करें और पार्टी में जुझारू व काम करने वाले कार्यकर्ताओं को जोड़ें। इसके साथ ही मठाधीश और लापरवाह नेताओं व कार्यकर्ताओं को किनारे करें। हर जिले में वर्करों की फौज खड़ी करें और गांव-गांव तक नौजवानों के हाथ में कांग्रेस का झंडा ही दिखाई देना चाहिए।
यह भी देखें : दीवाली पर मिलिये इन बच्चों से इनकी अपनी जिंदगी बेरंग फिर भी इनके पास है इतने रंग बताया जा रहा है कि तीन दिन पहले राहुल गांधी ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग से देश के जिलाध्यक्षों से मुखातिब हुए थे। हालांकि राहुल गांधी ने सिर्फ पांच से ही सीधी बात की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहुल की बात सुनने वालों में शामिल एक नेता का कहना है कि अब निर्णय निचले स्तर से रायशुमारी से लिए जाएंगे, किसी पर थोपे नहीं जाएंगे। वहीं यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि दशहरे के बाद पार्टी नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट का ऐलान कर सकती है।