हादसा हुआ तो डीएम-एसएसपी होंगे जिम्मेदार इसके साथ ही मंडलायुक्त ने कहा कि अगर एक्सप्रेस-वे पर ये अनाधिकृत वाहन दौड़ते पाए गए और कोई हादसा हुआ तो संबंधित जिले के जिलाधिकारी और एसएसपी जिम्मेदार होंगे। वर्चुअल माध्यम से मंडलायुक्त ने मंडल के सभी जनपदों के अधिकारियों संग बैठक की। बैठक में निर्माणाधीन हाईवे को लेकर आ रही परेशानी को दूर करने के लिए विशेष रूप से आदेश दिए। साथ ही मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर अवैध रूप से चलने वाले वाहन सीज करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया।
कमिश्नर ने दिए अधिकारियों को निर्देश कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने बैठक में हाईवे व एक्सप्रेस-वे को लेकर निर्देशित किया। कमिश्नर ने कहा कि मेरठ-शामली राष्ट्रीय राजमार्ग 709ए का कार्य लगभग 30 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। गांव दबथुआ क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने गांव नानू में भूमि पर कब्जा दिलाने की कार्रवाई तेज हो। साथ ही चौड़ीकरण में बाधक 46 वृक्षों का कटान भी शीघ्र किया जाए। ऐसे ही मेरठ-नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग-119 के चौड़ीकरण का कार्य भी तेजी से पूर्ण हो। इसके लिए गांव सलारपुर जलालपुर व मसूरी के किसानों से बात कर भूमि पर कब्जा लेने और चौड़ीकरण के लिए 233 वृक्षों का कटान भी किया जाए। बैठक में कमिश्नर ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर गाजियाबाद क्षेत्र में आने वाले टेंपो को सीज करने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
हाईवे-58 पर बंद होगा मीडियन कट कमिश्नर ने समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि मेरठ-मुजफ्फरनगर हाईवे-58 पर पल्लवपुरम फेज-1 पर मीडियन कट खुला हुआ है। जिसे सुरक्षा कारणों से बंद किया जाना जरूरी है। संबंधित अधिकारियों को हाईवे पर ऐसे कटों का चयन कर तत्काल बंद करने के लिए निर्देश दिए।
इनकी हुई समीक्षा कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बैठक में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-235, हाईवे-58, हाईवे-119, हाईवे-334बी, हाईवे-709ए, दिल्ली देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर और मेरठ-गढ़मुक्तेश्वर हाइवे-709ए की समीक्षा की। BY: KP Tripathi