मेरठ में विद्युत विभाग का बाबू रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार-देखें वीडियो
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक हुई। पहली बार शोध छात्रों की स्कॉलरशिप के लिए 10 लाख रुपये की व्यवस्था की गई है। सेमिनार के लिए 25 लाख रुपये के बजट को बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दिया गया है। प्रचार-प्रसार और लेक्चर के लिए 10 लाख रुपये का बजट पास किया गया है। साहित्यिक व सांस्कृतिक परिषद के लिए पिछले वर्ष सात लाख रुपये का बजट रखा गया था, उसे भी बढ़ाकर दस लाख रुपये कर दिया गया है।रेप के आरोप में उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम
अखिलेश यादव के करीबी सपा नेता का पिता गिरफ्तार पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के कार्यक्रमों के लिए पांच लाख रुपये के बजट को बढ़ाकर सात लाख रुपये कर दिया गया है। कांशीराम शोध पीठ के लिए पांच लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। इस बैठक की रूपरेखा वित्त अधिकारी अनिल कुमार अग्रवाल ने तय की। इस बैठक में प्रो. एचएस सिंह, एके सिंह, डा. राजीव गुप्ता, रजिस्ट्रार ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।बिजनौर: कांवड़ लेकर लौट रही महिला की जरनेटर में दुपट्टा आने से दर्दनाक मौत
छात्रों को मिलेंगी नई किताबेंइस बार से विश्वविद्यालय में छात्र-छात्रओं को नई और अच्छी किताबें पढ़ने को मिलेगी। शैक्षणिक से लेकर हर प्रतियोगी परीक्षा के लिए छात्रों को किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए विश्वविद्यालय ने पुस्तकालय के लिए एक करोड़ 75 लाख रुपये का बजट रखा है। सेल्फ फाइनेंस विभागों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए पहली बार विश्वविद्यालय ने पुस्तक खरीदने के लिए भी बजट का प्रावधान किया है, इसमें किताब खरीदने के लिए 35 लाख रुपये दिए गए हैं।
विश्वविद्यालय में शोध को प्रोत्साहित करने के लिए 15 लाख रुपये और प्रकाशन के लिए पांच लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। विश्वविद्यालय में साइंस और गैर साइंस के विभागों में उपकरणों की खरीद और रखरखाव के लिए दो करोड़ 70 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। सेल्फ फाइनेंस विभागों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए पहली बार विश्वविद्यालय ने पुस्तक खरीदने के लिए बजट का प्रावधान किया है। इसमें किताब खरीदने के लिए 35 लाख रुपये दिए गए हैं।