ग्रहण के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही होती है। माना जाता है कि चंद्र या सूर्य ग्रहण जब भी लगता है तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। इस बार 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण लग रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के दौरान सभी को सावधानी बरतनी चाहिए।
26 मई के बाद साल का दूसरा उपछाया चंद्रग्रहण 19 नवंबर से पहले बीते 26 मई को चंद्रग्रहण लगा था जो कि उपछाया था। उसके बाद से अब अब इस महीने 19 तारीख को साल का दूसरा और अंतिम उपछाया चंद्रग्रहण लगेगा। ये चंद्र ग्रहण देश और उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया और प्रशांत महासागर के कई भागों के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया इत्यादी देशों में भी दिखाई देगा।
नहीं लगेगा सूतक ग्रहण का होगा राशियों पर प्रभाव 19 नवंबर को लगने वाले उपछाया चंद्रग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। लेकिन इस चंद्रग्रहण का विभिन्न राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। पंडित कैलाश नाथ द्विवेदी ने बताया कि उपछाया चंद्रग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी-सूर्य और चंद्रमा के बीच में आकर सूर्य की किरणों को चंद्रमा पर पड़ने से रोक लेती है। जिससे चंद्रमा के रंग और आकार में परिवर्तन आ जाता है। इसी को उपछाया ग्रहण कहा जाता है। चंद्रमा पर पृथ्वी की वास्तविक छाया न पड़कर केवल उसकी उपछाया ही पड़ती है। इसके कारण इसक प्रभाव कम पड़ता है।
जिन देशों में दिखाई देगा उनमें होगी ये घटनाएं उन्होंने बताया कि इस चंद्रग्रहण का प्रभाव राशियों पर पड़ेगा। जिन देशों में ये ग्रहण दिखाई देगा उन देशों में आतंकी घटनाएं, आगजनी, भूकंप, प्राकतिक आपदा जैसी घटनाएं होंगी। ग्रहण काल में कन्या राशि राशि वाले और जिनके भी चंद्रमा कमजोर और पीड़ित हैं। उन्हें शिव और चंद्रमा के मंत्र का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद दूध, चावल, अनाज का दान करना चाहिए।
इन राशियों पर चंद्र ग्रहण का होगा ये प्रभाव : मेष : अर्थिक रुप से होगे मजबूत। वृष : धन हानि से परेशानी बढ़ेगी। मिथुन : ग्रहण काल में वाहन चलाने से बचे।
कर्क : धन हानि की संभावना। सिंह : शुभ सूचना मिलने के साथ ही लाभ का योग। कन्या : रोग व कष्ट में बढ़ोत्तरी के योग। तुला : चिंता और संतान परेशानी समस्याएं आ सकती हैं।
वृश्चिक : परेशानी और आर्थिक तंगी से राहत मिलेगी। धनु : शादी के योग बनेंगे और वैवाहित जीवन साथी को कष्ट के योग। मकर : रोग के साथ ही चिंता बढ़ेगी। कुंभ : खर्च अधिक होगा।
मीन : वर्षों से चल रही परेशानी दूर होगी।