इलाज के दौरान हुई मौत खतौली के रसूलपुर कैलोरा गांव निवासी चंद्रपाल का छोटा बेटा अजय बीफार्मा कर रहा था। लावड़ में अपने मामा राजपाल के यहां रह रहा था और पल्हैड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में काम सीख रहा था। अजय की भाभी का दो दिन पहले चारा काटने वाली मशीन से हाथ कट गया था। वह मेरठ शहर के एक अस्पताल में भर्ती है। उसे देखने के बाद अजय बाइक से अपने गांव रसूलपुर कैलोरा जा रहा था। रुड़की रोड पर चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। उसकी गर्दन बुरी तरह से कट गई। लहूलुहान होकर अजय बाइक से सड़क पर गिर गया। यह देख मौके पर एकत्रित हुए लोगों ने पुलिस को जानकारी देते हुए अजय को मोदीपुरम स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान अजय की मौत हो गई।
परिजनों ने पोस्टमार्टम से किया इंकार चिकित्सकों के मुताबिक, मांझे से गर्दन में गहरा कट लग गया था। कई नसें कट गई थीं। जिस वजह से काफी खून बह गया और अजय को बचाया नहीं जा सका। पुलिस से घटना की जानकारी मिलते ही परिजन तत्काल अस्पताल पहुंचे। पुलिस शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने लगी, लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई कर शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। रसूलपुर कैलोरा गांव में रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।