यह भी पढ़ेंः
उसने पुलिस से अपनी हत्या होने का अंदेशा जता दिया था…फिर रात को सुनसान रास्ते पर हुई धांय-धांय कादिर ने किया था आत्मसमर्पण जिसमें मेरठ के दक्षिण विधायक सोमेन्द्र तोमर ने अपनी ही सरकार में हुई इस मुठभेड़ पर सवाल खड़ा कर दिया है। सोमेंद्र तोमर का कहना है कि जब कादिर ने आत्मसमर्पण किया तो वो भागेगा क्यों। भाजपा विधायक के अनुसार कादिर एबीवीपी का सक्रिय कार्यकर्ता है। वह छात्रों की गुटबाजी का शिकार हुआ है। वहीं एक अन्य भाजपा नेता बासित अली का कहना है कि उन्होंने खुद एसपी सिटी को फोन पर ये जानकारी दी थी कि कादिर सुबह अपने आपको पुलिस के हवाले कर देगा। बासित अली के अनुसार जिस समय यूनिवर्सिटी में गोलीकांड हुआ कादिर मौके पर था ही नही। कादिर पहले वाली घटना के दौरान कैम्पस की मेस में था। उस दौरान छात्रों के दो गुटों में विवाद हुआ था। बासित अली के अनुसार कादिर सुबह थाना सिविल लाइन अपने परिजनों के साथ पहुंचा था। परिजनों ने इस दौरान उसकी बासित अली और एसपी सिटी से बात भी करवाई थी। उसके बाद दोपहर को जब परिजन खाना लेकर थाने पहुंचे तो बताया गया कि कादिर को मेडिकल कराने के लिए भेजा गया है, लेकिन थोड़ी ही देर में पता चला कि उसको गोली मारी गई है। वह मेडिकल में भर्ती है। तब परिजन मेडिकल की ओर भागे। कादिर के परिजनों ने इस संबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पुलिस मुखिया को भी इसकी जानकारी दी गई है।
यह भी पढ़ेंः
इस चर्चित हत्याकांड के सभी आरोपी बरी, तब फैल गया था सांप्रदायिक तनाव, जानिए यह पूरा मामला पुलिस मुठभेड़ से उठे सवाल कादिर मुठभेड़ से पुलिस की अब तक कि हुई मुठभेड़ पर भी सवाल उठ खड़े हुए है। वहीं पूरे मामले में मीडिया द्वारा खुलासा किए जाने के बाद से पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे है। कोई अधिकारी इस मामले में बात करने को तैयार नहीं है। भाजपा विधायक खुलकर सामने आए हैं और पुलिस की इस मामले में कार्रवाई का खुलकर विरोध और बयानबाजी कर रहे हैं। मामला लखनऊ तक पहुंच चुका है। इस प्रकरण पर जब एसपी सिटी से बात करने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने पूरे मामले में चुप्पी साध ली और कहा कि वह कल मुठभेड़ के बाद अपना बयान जारी कर चुके हैं।