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मायावती के इस जन्मदिन पर बसपार्इ लेंगे उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की ये शपथ, शुरू कर दी इतने बड़े स्तर पर तैयारी, देखें वीडियो संक्रांति एेसे प्रवेश कर रही वैश्य के घर आचार्य हबीब के अनुसार संक्रांति का गमन उत्तर दिशा की ओर इनकी दृष्टि ईशान कोण की तरफ है। जिसके प्रभाव से उत्तरी राज्यों के लिए कष्टकारक योग बनेंगे। संक्रांति शरीर पर कस्तूरी का लेप लगाकर सफेद वस्त्र पहने पुनांग का पुष्प एवं माला पहने, हाथों में शस्त्र भाला लेकर सोने का पात्र हाथ में लिए वैश्य के घर में प्रवेश कर रही है, जो 30 मुहूर्त वाली है।
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VIDEO: आशा ज्योति केंद्र के स्टाफ ने किया ये काम, जानकर रह जाएंगे दंग इस काल में करेंगे दान होगा महाकल्याण आचार्य हबीब के अनुसार सूर्य संक्रांति समय से 6 घटी पहले एवं 6 घटी बाद तक का पुण्य काल होता है। इस बार मकर संक्रांति का पुण्यकाल संक्रांति से 20 घटी बाद तक रहेगा। जिस कारण सूर्यास्त के बाद मकर संक्रांति प्रदोष काल रात्रि काल में हो तो पुण्यकाल दूसरे दिन माना जाता है। इस वर्ष संक्रांति का शुभारंभ 14 सोमवार की शाम को 7.18 बजे होने से पंचागों की गणना अनुसार पुण्यकाल दिन में 1.20 बजे से होगा। यानी संक्रांति का पुण्यकाल 15 जनवरी मंगलवार को सूर्योदय 7. 21 बजे से दिन में 11.52 बजे तक रहेगा। जिसमें अमृत सिद्धि योग दोपहर 1.50 बजे रहेगा। इसके बाद रवि योग का अदभुत संयोग होगा। पुण्यकाल समय में अमृत सिद्धि योग रवि योग में दान पुण्य स्नान आदि समस्त कार्य करने से हजार गुना फल मिलेगा।