scriptउपचुनाव में सपा को लगा सबसे तगड़ा झटका, इस सीट से खारिज हुआ प्रत्याशी का पर्चा | SP Candidate Nomination cancelled in Mau seat | Patrika News
मऊ

उपचुनाव में सपा को लगा सबसे तगड़ा झटका, इस सीट से खारिज हुआ प्रत्याशी का पर्चा

अब साइकिल सिंबल पर नहीं लड़ पायेंगे चुनाव, अखिलेश यादव की गलती निकल कर आयी सामने

मऊOct 01, 2019 / 06:47 pm

Devesh Singh

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

मऊ. उपचुनाव में सपा को सबसे तगड़ा झटका लगा है। मंगलवार को सपा प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हो गया है जिससे वह अब साइकिल सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ पायेंगे। सपाईयों ने निर्वाचन अधिकारी के निर्णय के विरोध में प्रदर्शन भी किया है। सपा प्रत्याशी के लिए राहत की बात यह हो सकती है कि उन्होंने निर्दल प्रत्याशी के रुप में भी नामांकन किया था इसके चलते वह अब भी चुनाव की रेस में बने हुए हैं।
यह भी पढ़े:-BIG BREAKING-ठेकेदार नितेश हत्याकांड में यह पुलिस अधिकारी निलंबित, अपराधियों के धरपकड़ के लिए दबिश तेज

SP Candidate
IMAGE CREDIT: Patrika
घोसी विधानसभा सीट के लिए हो रही उपचुनाव अब बेहद दिलचस्प मोड पर आ गया है। मंगलवार को निर्वाचन अधिकारी विजय मिश्र ने नामांकन की जांच करने के बाद वैध प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इस सूची में सपा के प्रत्याशी के रुप में नामंाकन किये सुधाकर सिंह का पर्चा निरस्त होने की बात लिखी थी जिसकी जानकारी मिलते ही सपा में हड़कंप मच गया। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्याशी के जारी सिंबल पत्र में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का हस्ताक्षर नहीं था जिसके चलते सुधाकर सिंह को सपा प्रत्याशी के रुप में नामांकन निरस्त किया गया है। सपा के अधिकृत प्रत्याशी के रुप में सुधाकर सिंह ने ही नामांकन किया था इसलिए अब यहां की सीट पर होने वाले उपचुनाव में सपा का सिंबल नहीं दिखायी देगा।
यह भी पढ़े:-इस माह 11 दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्द निबटा ले सारा काम
घोसी सीट से दो बार के विधायक रहे हैं सुधाकर सिंह, सिंबल नहीं मिलने से बीजेपी व बसपा को हो सकता फायदा
घोसी सीट से सुधाकर सिंह दो बार के विधायक रहे हैं और उनकी अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ है लेकिन सिंबल निरस्त हो जाने से उनकी राह कठिन हो गयी है और इसका सीधा फायदा बीजेपी व बसपा को हो सकता है। सुधाकर सिंह के लिए राहत की बात यही है कि उन्होंने निर्दल प्रत्याशी के रुप में भी नामांकन किया था इसलिए निर्दल प्रत्याशी के रुप में वह चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन पार्टी का सिंबल नहीं होने के चलते सपा के परम्परागत वोटरों को अपना प्रत्याशी खोजने में बहुत दिक्कत होगी।
यह भी पढ़े:-बाहुबली बृजेश सिंह के करीबी का चचेरा भाई था नीतेश, अपराधियों ने मौत देकर बदला जरायम की दुनिया का समीकरण

फागू चौहान के राज्यपाल बनने से खाली हुई थी सीट, 15 में से 13 प्रत्याशियों के पर्चे पाये गये वैध
घोसी विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा था और बीजेपी विधायक फागू चौहान को राज्यपाल बनाने के बाद यह सीट खाली हो गयी थी जिसके बाद यहां पर उपचुनाव कराया जा रहा है। उपचुनाव के लिए बीजेपी, सपा, बसपा समेत १५ प्रत्याशियों ने नामांकन किया था जिसमे से दो पर्चे खारिज हो गये हैं इस तरह मैदान में अब कुल १३ प्रत्याशी बचे हुए हैं। सपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज होते ही सपाईयों ने प्रदर्शन किया था। निर्वाचन अधिकारी विजय मिश्रा ने बताया कि पार्टी के द्वारा फार्म एबी में से बी पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साइन नहीं थे इस पर सपा समर्थकों ने लखनऊ फोन कर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता की। इसके बाद सपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के साइन किये हुए फार्म बी को जारी किया। समर्थकों ने व्हाअ्सएप और मेल के जरिए फार्म बी को मंगाया था जिसे रिटनिंग अफसर ने नियम के विपरित बताते हुए अस्वीकर कर दिया था।
यह भी पढ़े:-Navratri 2019-नवरात्र के तीसरे दिन मां चन्द्रघंटा के दर्शन करने से शत्रु हो जाते हैं पराजित, यह होता है लाभ

Hindi News / Mau / उपचुनाव में सपा को लगा सबसे तगड़ा झटका, इस सीट से खारिज हुआ प्रत्याशी का पर्चा

ट्रेंडिंग वीडियो