इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने बताया कि नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए फ्लाइंग स्कवॉयड टीम बनेगी। 15 मिनट पहले प्रश्नपत्र प्रधानाध्यापक व शिक्षकों की उपस्थिति में खोला जाएगा। जिला स्तर पर एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।
कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों को हिंदी और गणित की परीक्षा देनी होगी। कक्षा चार व पांच के विद्यार्थियों को हिंदी, अंग्रेजी, गणित और पर्यावरण अध्ययन की परीक्षा देनी होगी। छह से आठ तक के विद्यार्थियों को हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के प्रश्नों के जवाब देना होगा।