विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक में इन सभी भवनों को जर्जर किए जाने का निर्णय ले लिया गया है। इसके बाद बैठक बुला कर इन सभी की नीलामी की प्रक्रिया की जायेगी,टेंडर निकले जायेंगे और फिर इनके ध्वस्तीकरण की करवाई शुरू हो जाएगी।
आपको बता दें कि जिले में 1208 परिषदीय विद्यालय चलाए जाते हैं। इनमे बहुत सारे विद्यालयों के भवन पुराने और जर्जर हो चुके हैं। विद्यालय के अध्यापक हमेशा इस संबंध में परेशान रहते। बार बार मिल रही शिकायतों के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग ने इनको चिन्हित करके जिला तकनीकी टीम को रिपोर्ट सौंप दी है।
इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय का कहना है कि ध्वस्तीकरण की सभी प्रक्रिया विभागीय नियमों के अनुसार ही की जायेगी।